Saturday, November 16, 2024
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कॉन्ग्रेस की बैठक छोड़ इन ‘खास’ विधायकों ने किया बीजेपी दफ्तर में डिनर: MP राज्यसभा चुनाव में तेज हुई सियासी हलचल

एक ओर जहाँ समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों के इस फैसले से भाजपा में खुशी की लहर है। वहीं कॉन्ग्रेस अब भी परेशान है। हालाँकि 3 तीन सीटों पर होने वाले इन चुनावों में कॉन्ग्रेस के खाते में एक सीट पक्की मानी जा रही है। जबकि 2 भाजपा के पाले में जानी स्पष्ट दिख रही हैं।

मध्यप्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने वाले हैं। इस बीच प्रदेश में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। खबर है कि सपा, बसपा, समेत निर्दलीय विधायकों का झुकाव भाजपा की ओर है। बुधवार (जून 17, 2020) को तो यह खास विधायक कॉन्ग्रेस पार्टी की अहम बैठक छोड़कर भाजपा कार्यालय में हुए डिनर तक में नजर आए। जिससे कॉन्ग्रेस को बड़ा झटका लगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को ये सभी विधायक भाजपा दफ्तर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत तमाम दिग्गज नेताओं से मुलाकात के बाद बाहर निकले।

भाजपा दफ्तर में दिखने वाले नेताओं में विधायक रामबाई, संजीव सिंह कुशवाह, सपा विधायक राजेश शुक्ला निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा और सुरेंद्र सिंह शेरा शामिल थे। न्यूज 18 की खबर के अनुसार, इन सभी विधायकों ने साफ किया है कि वह राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के लिए वोट करेंगे।

उल्लेखनीय है कि एक ओर जहाँ समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों के इस फैसले से भाजपा में खुशी की लहर है। वहीं कॉन्ग्रेस अब भी परेशान है। हालाँकि 3 तीन सीटों पर होने वाले इन चुनावों में कॉन्ग्रेस के खाते में एक सीट पक्की मानी जा रही है। जबकि 2 भाजपा के पाले में जानी स्पष्ट दिख रही हैं।

3 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी महासचिव बैजयंत जय पांडा बुधवार को भोपाल पहुँचे। वहीं, कॉन्ग्रेस के महासचिव और प्रदेश के नए प्रभारी मुकुल वासनिक भी मध्यप्रदेश पहुँच गए। वासनिक ने कॉन्ग्रेस के विधायकों के साथ बुधवार को बैठक की।

यहाँ बता दें 230 सीटों वाले MP विधानसभा में फिलहाल 24 सीट खाली हैं। इनमें से 2 सीट तो विधायकों के निधन की वजह से रिक्त हुई। जबकि 22 सीटों पर कॉन्ग्रेस विधायकों ने सिंधिया के समर्थन में इस्तीफ़े दिए।

सीटों की गणित के हिसाब से देखें तो कॉन्ग्रेस के 114 में से 22 विधायक कम हुए हैं। इसलिए उनका मौजूदा आँकड़ा 92 है, जबकि बीजेपी के पास अभी 107 विधायक है। 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और 1 एसपी।

बीजेपी को अपने दोनों उम्मीदवारों की जीत के लिए 104 वोट चाहिए। जबकि उसके पास 107 वोट हैं। एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए 52 वोटों की जरूरत है। इस हिसाब से कॉन्ग्रेस को तीसरी सीट मिलने की पूरी संभावना है। राज्यसभा के लिए कॉन्ग्रेस की पहली प्रमुखता दिग्विजय सिंह हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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