कोरोना महामारी से अब तक देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। संक्रमण और मौतें दोनों सबसे ज्यादा रही है। इस हालात के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रशासनिक कार्यों का अनुभव न होना भी बताया जाता है। इन आरोपों के बीच एक मार्केटिंग कैम्पेन लॉन्च किया गया है जो यह बताता कि किस प्रकार उद्धव बेस्ट सीएम हैं और कोरोना महामारी से बेहद कारगर तरीके से निपट रहे हैं। इस तरह के पीआर कैम्पेन के विषय में अभी जहाँ हवा ही चलना शुरू हुई थी, फिल्म एक्ट्रेस और मॉडल उर्वशी रौतेला के एक ट्वीट ने इन अफवाहों में घी डालने का काम किया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स ने हाल ही के एक आर्टिकल में लिखा था कि जब ट्विटर पर कुछ भी ट्वीट करने की बात होती है तो किस प्रकार उर्वशी रौतेला एक आदतन ‘प्लेगिअरिस्ट’ हैं। आर्टिकल कहता है कि उर्वशी अमूमन सिद्धार्थ मल्होत्रा के ट्वीट “चुरा” लेती हैं।
आर्टिकल लिखता है: एक्टर उर्वशी रौतेला ने निश्चित ही कोई सबक नहीं सीखा है। एक यूएस लेखक के द्वारा ‘पैरासाइट’ नामक मूवी पर अपने ट्वीट को उर्वशी रौतेला द्वारा चुरा लिए जाने का आरोप लगाने के बाद, एक्टर पर फिर किसी के ट्वीट को चोरी करने का आरोप लगा है। इस बार उर्वशी ने एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा के उस ट्वीट को चुराया है जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस लॉकडाउन को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किए जाने पर मुम्बई पुलिस की तारीफ़ की थी। सिद्धार्थ ने ट्वीट किया था,“यह समय है जब हमें हृदय से मुम्बई पुलिस को धन्यवाद कहना चाहिए, जो अपने घर परिवार से दूर रह हमारी और हमारे समाज की रक्षा के लिए अनथक प्रयास में जी जान से जुटे हैं.. आप लोग सच्चे हीरो हैं #ThankYouMumbaiPolice”
जिन ट्वीट्स का हिन्दुस्तान के आर्टिकल में जिक्र किया गया है वो अभी एक हैशटैग #ThankYouMumbaiPolice के साथ ट्ववीट किए गए हैं, जिसके अंतर्गत कई बॉलीवुड सेलेब्रिटीज ने ट्वीट किए।
उर्वशी ने जो ट्वीट “कॉपी किया” वह बिलकुल सिद्धार्थ के ट्वीट के समान था, समान हैशटैग #ThankYouMumbaiPolice के साथ। उर्वशी ने ट्वीट किया था, “यह समय है जब हमें हृदय से मुम्बई पुलिस को धन्यवाद कहना चाहिए, जो अपने घर परिवार से दूर रह हमारी और हमारे समाज की रक्षा के लिए अनथक प्रयास में जी जान से जुटे हैं ।”
हिंदुस्तान टाइम्स ने रिपोर्ट किया कि उर्वशी ने सिद्धार्थ के ट्वीट से सिर्फ एक लाइन हटा कर, बाकी सब कॉपी कर ली है। यह उर्वशी रौतेला को अच्छी नहीं लगी और उसने अपना बचाव करते हुए शायद महाराष्ट्र सरकार के पीआर कैम्पेन की पोलपट्टी खोल के रख दी। उर्वशी ने हिन्दुस्तान टाइम्स को टैग करते हुए लिखा कि यह महत्वपूर्ण समय है और बेहतर है कि तुम लोग अच्छे कंटेंट पर फोकस करो न कि मुझ पर। दूसरी बात यह ट्वीट मुझे और सिद्धार्थ दोनों को मुम्बई पुलिस ने ही उपलब्ध करवाया है जिसे हमें पोस्ट करना था, यहाँ किसी ने किसी का पोस्ट कॉपी नहीं किया।
इस ट्वीट से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि मुम्बई पुलिस सरकार की साख बचाने के लिए एक पीआर कैम्पेन चला रही है। इससे पहले भी बॉलीवुड सेलेब्रिटीज पर उद्धव ठाकरे के पक्ष में पेड ट्वीट करने के आरोप लगे थे, हालाँकि opindia इन आरोपों की पुष्टि नहीं करता। उर्वशी का ताजा ट्वीट जहाँ इस बात की पुष्टि करता है कि यह एक कोऑर्डिनेटेड प्रयास है, पर इसके प्रमाण नहीं मिलते कि ये ‘पेड’ हैं या नहीं।
वहाँ कई लोगों ने इस कोऑर्डिनेटेड कैम्पेन पर सवाल खड़े हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय खुद के पक्ष में पीआर कैम्पेन चलाने की जगह मुम्बई पुलिस को इस वक्त अपने सारे संसाधन इस महामारी से लड़ने में लगाने चाहिए थे।
Sad story! When @OfficeofUT & @MumbaiPolice should have all their hands on deck2fight #CoronavirusPandemic #CoronaOutbreak in #Mumbai & #Maharashtra , it’s a pity that the police is working as a PR for @CMOMaharashtra No wonder the state is not able2control the spread of virus.
— Raju (@nbrengaraju) April 10, 2020
उत्तम पटेल नामक एक और यूजर ने ट्वीट किया कि इस प्रकार के पीआर ट्वीट्स केवल सिद्धार्थ मल्होत्रा और उर्वशी रौतेला को ही नहीं, बल्कि कई सारे बॉलीवुड सेलेब्रिटीज को मुहैय्या कराए गए हैं।
Not only @UrvashiRautela & @SidMalhotra ,it was provided to @arjunk26 ,@AnilKapoor and many others 😂@htshowbiz who generally act as paid PR agency for many bollywodians, r frustrated&jelous that they didnt get chosen to do this tweet by @MumbaiPolice pic.twitter.com/juLYospJlL
— Dessie Aussie (@uttampatel) April 10, 2020
कोरोना वायरस महामारी ने सभी को भीषण रूप से प्रभावित किया है। महामारी ने हमारे शासन प्रशासन की कमियों और खूबियों को भी उघाड़ के रख दिया है। 130 करोड़ की आबादी वाले देश में कोरोना जैसी महामारी से निपट पाना एक दुःस्वप्न के जैसा है।
इस कोलाहल के बीच केंद्र सरकार ने अदम्य क्षमता का परिचय दिया तो वहीं डॉक्टर्स समेत हमारा मेडिकल स्टॉफ और पुलिस फ़ोर्स जिसकी हम अक्सर आलोचना करते हैं इस कठिन मौके पर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे खड़े नजर आते हैं। सच तो यह है कि तबलीगी जमात द्वारा कोरोना संक्रमण के इस विस्फोट के पहले तक तो ऐसा लग रहा था कि हम काफी आसानी से इस समस्या से निपट लेंगे। हालाँकि तबलीगी जमात के वाकये के बाद भी जिस निर्णायक तरीके से केंद्र तथा राज्य सरकारों ने ट्रैकिंग, क्वारंटाइन और टेस्टिंग की है, यह हर किसी को एक आशावादिता से भर देती है।
हालाँकि इस कठिन समय में जहाँ राष्ट्र की क्षमता की सामूहिक परीक्षा होती है वहीं उसके नेतृत्व की काबिलियत सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो जाती है।
कुछ समय पहले एक पीआर कैम्पेन लॉन्च हुआ था जो यह दर्शाता था कि उद्धव ठाकरे कितने बेहतर तरीके से कोरोना महामारी से निपट रहे। इसके बावजूद कि महाराष्ट्र कोरोना महामारी से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है, क्योंकि उसने इस महामारी से निपटने के दौरान कई गलत कदम उठाए हैं।