प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (9 फरवरी, 2022) को ANI की संपादक स्मिता प्रकाश को दिए गए इंटरव्यू में कई सवालों के जवाब दिए और पाँच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने बताया कि वो चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु ले गए, फ्रांस के राष्ट्रपति को उत्तर प्रदेश ले गया और जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वो UN में तमिल में बोलते हैं और दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। लखीमपुर-खीरी घटना पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जो कमेटी बनाना चाहती थी, राज्य सरकार ने सहमति दी। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि जिस जज के नेतृत्व में जाँच चाहती थी, सरकार ने सहमति दी। योगी सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है तभी सुप्रीम कोर्ट की इच्छा के अनुसार सारे निर्णय करती है।
प्रधानमंत्री ने याद किया कि भारतीय जनता पार्टी हार-हार कर ही जीतने लगी है। उन्होंने कहा कि हमने बहुत पराजय देखे हैं, ज़मानत ज़ब्त होती देखी हैं। उन्होंने बताया कि एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बाँटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बाँट रहे हैं? उनके अनुसार, तब जवाब दिया गया कि हमारे तीन लोगों की ज़मानत बच गई। आगामी चुनावों पर उन्होंने कहा कि वो इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहे हैं कि भाजपा के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी। साथ ही कहा कि जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बयान “उत्तर प्रदेश में योजनाएँ भाजपा की नहीं हैं, भाजपा अमलीजामा पहनाती है” पर उन्होंने कहा कि देश में एक कल्चर चला है, राजनेता बोलते रहते हैं कि हम ये करेंगे, वो करेंगे। उन्होंने कहा कि 50 साल बाद भी कोई अगर वो काम कर देगा तो कहेंगे कि हमने ये उस समय कहा था, ऐसे लोग बहुत मिल जाएँगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कोविड महामारी में सब कहते थे कि जो जहाँ है वो वहीं रहे। कॉन्ग्रेस ने फ्री टिकट देकर लोगों को प्रोत्साहित किया कि जाइए। दिल्ली में भी ‘आम आदमी पार्टी (AAP)’ के नेताओं ने जीपों में जाकर झोंपड़ियों में लोगों को कहा है कि आप जल्दी जाइए, यहाँ लॉकडाउन हो रहा है। आज भाजपा पंजाब में सबसे विश्वसनीय पार्टी बनकर उभरी है। समाज जीवन के बहुत से वरिष्ठ लोग, राजनीति के बहुत बड़े महारथी भी अपने पुराने दल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। हमने छोटे किसानों के लिए जो काम किया है, उसकी पंजाब में ज़बरदस्त पहुँच है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कॉन्ग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं। उन्होंने पूछा कि अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा। पीएम मोदी ने कहा कि देश की आज जो हालत है उसमें सबसे ज़िम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कॉन्ग्रेस है। साथ ही याद दिलाया कि इस देश को जितने प्रधानमंत्री मिले उसमें अटल बिहारी वाजपेयी और उन्हें छोड़कर सारे प्रधानमंत्री कॉन्ग्रेस स्कूल के ही थे।
जवाहरलाल नेहरू को लेकर संसद में दिए गए बयान पर पीएम ने कहा कि उन्होंने किसी के पिता, माता, नाना, दादा के लिए कुछ नहीं कहा। बकौल पीएम मोदी, उन्होंने देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा, वो कहा है। उन्होंने बताया कि एक प्रधानमंत्री के ये विचार थे तब क्या स्थिति थी और आज प्रधानमंत्री के ये विचार हैं तब क्या स्थिति है। पीएम मोदी ने बताया कि वो समाज के लिए हैं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करते हैं ये पूरी तरह परिवारवाद है। उन्होंने पूछा कि लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश कुमार का परिवार कहीं नजर आता है क्या?
पीएम मोदी ने कहा, “एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे। किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है। कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को ‘बाँटो और राज करो’। परिवारवादी पार्टियाँ लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे। ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है। सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है।”
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव का समय हो या ना हो, भाजपा संगठन में हो या सरकार में हो, हम हमेशा जनता-जर्नादन की सेवा में लगे रहते हैं और जब सरकार में होते हैं तो बहुत अधिक तीव्रता से अधिक विस्तार से सबका साथ, सबका विकास इस मूल मंत्र को लेकर जी जान से जुटे रहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सामूहिकता में विश्वास करती है और हम स्तर पर सामूहिक रूप से काम करने के आदी हैं। बकौल नरेंद्र मोदी, वो तस्वीर प्रधानमंत्री की नहीं है, वो भाजपा की कार्यकर्ता की तस्वीर है जिसको नरेन्द्र मोदी कहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि हम जब चुनाव जीतते हैं तो हम लोगों के दिल जीतने के काम में कोई कमी नहीं आने देते हैं और हमारे लिए हर पल, हर दिन, हर योजना, हर काम जनता-जर्नादन के लिए समर्पित होती है। उत्तर प्रदेश को लेकर उन्होंने कहा कि योगी जी की योजनाएँ अद्भुत हैं, असंभव को संभव किया है और विरोधी भी उन योजनाओं को कैश करने के लिए मैदान में उतरे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुसीबतें झेली हैं, जिस प्रकार का वहाँ गुंडाराज और दबंगराज चलता था, वहाँ की सरकार में दबंग लोगों को आश्रय प्राप्त था।
प्रधानमंत्री ने यूपी का वो दौर याद दिलाया, जब बहन बेटी घर से बाहर नहीं निकल पाती थी। उन्होंने कहा, “आज उत्तर प्रदेश की बेटी कह रही है कि मैं शाम को अंधेरा होने के बाद भी अगर कहीं काम है तो जा सकती हूँ। ये जो विश्वास पैदा हुआ है, वो सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा का मंत्र है ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।’ उन्होंने कहा कि हमने अपने सिद्धांतों को कभी बदला नहीं है।