चुनावों के मद्देनज़र कॉन्ग्रेस पार्टी में यूँ तो लगभग हर नेता अपने बयानों के कारण सक्रिय नज़र आ रहा है, लेकिन वास्तविक ‘मेहनत’ प्रियंका गाँधी और राहुल गाँधी द्वारा ही की जा रही है। एक तरफ़ जहाँ राहुल गाँधी बिना जीडीपी और बजट की समझ रखे सत्ता में आने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट का 70% हिस्सा खर्च करने को तैयार हैं वहीं प्रियंका गाँधी भी ‘नवरेह’ के मौके पर कश्मीरियों को ‘नौरोज़’ की बधाइयाँ देने पर तुली हुईं हैं।
जी हाँ, ट्वीटर पर चुनावों के लिहाज़ से सक्रिय होने वाली कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने आज कश्मीरी पंडितों को उनके नए साल ‘नवरेह’ की शुरुआत पर ‘नौरोज़’ की बधाइयाँ दी हैं।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे सभी कश्मीरी बहनों और भाइयों को नौरोज़ मुबारक!! इसके अलावा अपने ट्वीट में प्रियंका ने अपनी माँ के संदेश का भी ज़िक्र किया जिसमें कहा गया था कि थाली तैयार करना मत भूलना, लेकिन उनके पास थाली तैयार करने के लिए समय नहीं था और रोड शो के बाद जब वो घर पहुँची तो टेबल पर थाली देखी, जिसे शायद उनकी माँ ने तैयार किया था और इस पर प्रियंका ने लिखा कि मम्मी कितनी प्यारी होती हैं।
Nauroz Mubarak to all my Kashmiri sisters and brothers!! Despite my mother’s “don’t forget to make the thali” messages, I had no time to make my thaali yesterday but came home after road show and found it placed on the dining table. How sweet are mom’s? pic.twitter.com/Lix2hCVS8f
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 6, 2019
पोस्ट को देखते हुए उनके समर्थक उन्हें नौरोज़ की बधाइयाँ देने लगे। वहीं जाने-माने स्तंभकार और लेखक तारेक फतेह जैसे लोगों ने उनके इस ट्वीट पर जवाब देते हुए बताया, ‘प्रिय प्रियंका गांधी, नौरोज़ पिछले महीने मनाया जा चुका है। कश्मीर में नए साल के त्योहार को नवरेह के नाम से जाना जाता है।’
Dear @PriyankaGandhi, ‘Nauroz’ was celebrated last month. The Kashmiri new year’s day being celebrated today is ‘Navreh’. https://t.co/DDEUMxUkkU
— Tarek Fatah (@TarekFatah) April 6, 2019
इसे अपनी संस्कृति के प्रति जागरूकता कहिए या फिर बड़ी गलती, लेकिन प्रियंका के इस पोस्ट ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करवा दिया है। कई लोगों ने उन्हें इन दोनों त्यौहारों को लेकर कंफ्यूज़ बताया। क्योंकि नवरोज़ पारसियों का त्यौहार (नया साल) होता है। जबकि नवरेह कश्मीरी पंडितों का नया साल होता है।
Navroze is the Persian/Iranian new year, if I’m not wrong. Navreh is celebrated by Kashmiri Pandits. https://t.co/UMeNrEHc12
— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) April 6, 2019
बता दें कि कश्मीर से प्रियंका के परिवार का पुराना रिश्ता रहा है। शायद इसी कारण से उनकी माँ सोनिया गाँधी ने नवरेह पर सजाई जाने वाली थाली को उनके लिए तैयार रखा। लेकिन रोड शो और बड़ी-बड़ी रैलियों में व्यस्त प्रिंयका ने इसे सोशल मीडिया पर ‘माँ का प्यार’ दिखाने का प्रयास किया। जिसके कारण सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हे यहाँ तक बोल डाला कि एक असली कश्मीरी पंडित को इसका फर्क पता होता है। लेकिन आपकी माँ को ‘नवरेह’ और ‘नौरोज़’ के बीच कन्फ्यूज़ लगती हैं। नौरोज़ पारसियों का नया साल है।
Thank you from your ‘Kashmiri sisters and brothers BUT your ‘mother’ seems to have confused NAVREH with Navroz which is the Parsi New Year! Any genuine Kashmiri Pandit would know the difference. Do ask your faithful but confused SM-handlers to rectify this gaffe ? https://t.co/3DUrqDq5fV
— RD?? (@DharRenuka) April 6, 2019
इस पोस्ट पर एक शख्स ने तो प्रियंका को पूरे भारत का मानचित्र ही प्रियंका को दे दिया। क्योंकि शायद उन्हें इसकी जरूरत भी थी। साथ ही यहाँ लोगों ने उन्हें झूठा हिन्दू तक कह दिया।
मैडम नौरोज़ नहीं नवरेह होता है। आगे ऐसी ग़लती ना हो इसलिए पूरे भारत का भेज रहा हूँ। pic.twitter.com/TEE1nocSxe
— Bhaiyyaji (@bhaiyyajispeaks) April 6, 2019
Sigh, another day, another fake Hindu, another attempt at appearing “Kaul Dattatreya”.
— Aakash Raj Razdhan (@Ateendriyo) April 6, 2019
It’s not NOUROZ, it’s NAVREH. pic.twitter.com/ulyoRilwYe
वहीं इब्न सिना ने प्रियंका को यहाँ तक कहा कि उन्हें उस शख्स को बदलने की जरूरत है जो उनका ट्वीटर हैंडल संभालता है।
It’s #Navreh not #Nauroz .
— Ibn Sina (@Ibne_Sena) April 6, 2019
Navreh is festival of Pandits while Navroz is a festival of Muslims. Nauroz was celebrated last month.
Ma’am you seriously need to change the person who is operating your twitter handle.
बता दें कि नवरेह की पूर्व संध्या पर, चावल, दही, ब्रेड, अखरोट, इंकपॉट, कागज, कलम, दर्पण, फूल, चांदी का सिक्का और अगले वर्ष के पंचांग से भरी थैली को सुबह सबसे पहले देखने के लिए तैयार रखा जाता है। नवरोज़ पारसियों का नया साल है जो इस साल 21 मार्च को मनाया गया था। ऐसे में प्रियंका के इस पोस्ट ने उनकी माताजी की संस्कृति संबंधित समझ और प्रियंका के सामान्य ज्ञान पर सवाल खड़े कर दिए।
Happy “Navreh” to Kashmiri Pandits. Your message, your mom’s thaali and your general knowledge, are as fake as you. Family problem, methinks.
— चौकीदार गीतिका (@ggiittiikkaa) April 6, 2019
यहाँ ट्विटर पर चौकीदार सीए वी पी सिंह ने प्रियंका के इस ट्वीट का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि वो मालकिन ने बोल दिया तो नौरोज़ ही माना जाएगा। इस शख्स ने प्रियंका के समर्थकों पर तंज कसते हुए कहा कि ये कोई भक्त नहीं हैं जो शिकायत करें या रूठ जाएँ, ये गुलाम हैं, गुलामी में बस इतनी ही छूट है।
Malkin ne bol diya to Navroz hi manega, jo karna kai kar lo. Ye koi Bhakt nahi jo shikayat kare yaa rooth jaayenge, yeh ghulam hain ghulami me bas itni hi chhoot hai.
— Chowkidar CA V. P. Singh?? (@ca_vpsingh) April 6, 2019