Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीति'मुझे पता है आपलोग दबाव में हैं': कपिल सिब्बल की दलीलों के बावजूद सुप्रीम...

‘मुझे पता है आपलोग दबाव में हैं’: कपिल सिब्बल की दलीलों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन को नहीं दी राहत, पत्नी ने सरफराज़ के पाँव छूकर दाखिल किया पर्चा

कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्हें पता है कि जज लोग दबाव में हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो 6 मई से शुरू होने वाले सप्ताह में ये मामला सुनेंगे।

झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। ‘झारखण्ड मुक्ति मोर्चा’ (JMM) के नेता फ़िलहाल फ़िलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद हैं। उन्हें ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने गिरफ्तार किया था। उन्होंने इस मामले में राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दर्जा खटखटाया था। जस्टिस संजीव खन्ना ने इस दौरान हेमंत सोरेन का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता व समाजवादी पार्टी के सांसद कपिल सिब्बल से पूछा कि वो क्या चाहते हैं?

इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि वो अंतरिम जमानत के लिए अर्जी लेकर आए हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने अगले सप्ताह में नोटिस जारी करने की बात की। जब कपिल सिब्बल ने कहा कि शुक्रवार को ही मामला सुना जाए, तो सुप्रीम कोर्ट के जजों ने पूछा कि ये क्या है? उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि हमें थोड़ा विवेकाधिकार दीजिए। इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्हें पता है कि जज लोग दबाव में हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो 6 मई से शुरू होने वाले सप्ताह में ये मामला सुनेंगे।

हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ़्तारी को चुनौती दी है, जिस पर सोमवार (29 अप्रैल, 2024) को सुप्रीम कोर्ट ने ED को नोटिस भी जारी किया। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता ने इस मामले की सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ED का जवाब आने तक उच्च न्यायालय रिजर्व मामले में जजमेंट सुना सकता है। JMM का कहना था कि झारखण्ड हाईकोर्ट इस मामले में फैसला सुनाने में देरी कर रहा है। वहाँ गिरफ़्तारी को चुनौती देने वाली याचिका दायर है।

इससे पहले भी वो सुप्रीम कोर्ट पहुँचे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें झारखण्ड हाईकोर्ट जाने के लिए कहा था। 31 जनवरी, 2024 को हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद चम्पई सोरेन झारखण्ड के सीएम बने थे। उधर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है। गांडेय के MLA रहे डॉ सरफराज अहमद के पाँव छूकर उन्होंने आशीर्वाद लिया। उससे पहले कल्पना अपने ससुर शिबू सोरेन और सास से आशीर्वाद लेने भी पहुँची थीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -