बिहार में दूसरे चरण के चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (नवंबर 1, 2020) को बिहार के छपरा में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि चुनाव सभाएँ हमने पहले भी देखी हैं, चुनाव में कितनी भी गर्मी आई हो, चुनाव कितना भी नजदीक क्यों न आ गया हो, तो भी सुबह 10 बजे से पहले इतनी बड़ी विशाल रैली कभी संभव नहीं होती। उन्होंने छठ पर्व की भी चर्चा की। उन्होंने आशा जताई कि पहले चरण के मतदान से साफ नजर आ रहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है।
पीएम मोदी ने बिहार के छपरा में कहा कि पहले चरण के मतदान में जनता ने एनडीए को जो भारी समर्थन के संकेत दिए हैं और जिन्होंने भी मतदान किया है, उनका वो अभिनंदन करते हैं। साथ ही कहा कि भाजपा के लिए, एनडीए के लिए, जनता का ये प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है, रात को उन्हें नींद नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि उनकी हताशा-निराशा, बौखलाहट, गुस्सा, अब बिहार की जनता बराबर देख रही है। चेहरे से हँसी गायब हो गई है।
बकौल पीएम मोदी, बिहार के लोगों को और उनकी भावनाओं को ये लोग कभी समझ नहीं सकते। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि ये अपने परिवार के लिए पैदा हुए हैं, अपने परिवार के लिए जी रहे हैं, अपने परिवार के लिए ही जूझ रहे हैं। उन्हें न बिहार से कोई लेना देना है और न बिहार की युवा पीढ़ी से कोई लेना देना है। उन्होंने कहा कि आज बिहार के सामने, डबल इंजन की सरकार है, तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज भी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उनमें से एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं। साथ ही आश्वासन दिया कि डबल इंजन वाली एनडीए सरकार, बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, तो ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। पीएम ने याद दिलाया कि 3-4 साल पहले यूपी के चुनाव में भी डबल-डबल युवराज बस के ऊपर चढ़ कर लोगों के सामने हाथ हिला रहे थे। यूपी की जनता ने वहाँ उन्हें घर लौटा दिया था।
उन्होंने जनता को चेताया कि वहाँ के एक युवराज अब जंगलराज के युवराज से मिल गए हैं। साथ ही आशा जताई कि यूपी में जो हाल डबल-डबल युवराज का हुआ, वो ही बिहार में होगा। महामारी की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में आज कोई ऐसा नहीं है, जिसे कोरोना ने प्रभावित न किया हो, जिसका इसने ने नुकसान न किया हो। उन्होंने याद दिलाया कि एनडीए की सरकार ने कोरोना की शुरुआत से ही प्रयास किया है कि वो इस संकटकाल में देश के गरीब, बिहार के गरीब के साथ खड़ी रहे।
याद है न, जंगलराज के वो दिन, जब मां कहती थी बाहर लकड़सुंघवा घूम रहा है।
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बिहार को जंगलराज नहीं विकासराज चाहिए।
भाजपा है तो भरोसा है।#NDASangBihar pic.twitter.com/JSRmktUAGK
बिहार के साथ अपने लगाव की बात करते हुए छपरा में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के काल में किसी माँ को ये चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसे मनाएँगे। पीएम मोदी ने बिहार के छपरा में कहा, “अरे मेरी माँ! आपने अपने बेटे को दिल्ली मैं बिठाया है, तो क्या वो छठ की चिंता नहीं करेगा! माँ! तुम छठ की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है।” बता दें कि छठ इस बार 20-21 नवंबर को है। उन्होंने कहा कि आज के नौजवान को खुद से पूछना चाहिए कि बड़ी-बड़ी परियोजनाएँ जो बिहार के लिए इतनी जरूरी थीं, वो बरसों तक क्यों अटकी रहीं?
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि बिहार के पास सामर्थ्य तब भी भरपूर था। सरकारों के पास पैसा तब भी पर्याप्त था। फर्क सिर्फ इतना था कि तब बिहार में जंगलराज था। उन्होंने जंगलराज की यादें ताजा करते हुए पूछा कि पुल बनाने के लिए कौन काम करेगा जब इंजीनियर सुरक्षित नहीं हो? कौन सड़क बनाएगा जब ठेकेदार की जान चौबीसों घंटे खतरे में हो। उन्होंने याद दिलाया कि किसी कंपनी को अगर कोई काम मिलता भी था, तो वो यहाँ काम शुरू करने से पहले सौ बार सोचती थी।
छठ पर्व की चर्चा के बाद एक इमोशनल घटना का जिक्र करते हुए छपरा की चुनावी जनसभा में पीएम मोदी ने बताया कि बिहार के एक गाँव की किन्हीं बुजुर्ग महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है, जिसमें एक व्यक्ति उन महिला से पूछता है कि मोदी को काहे खातिर वोट देबो। आखिर मोदी ने तुम्हारी खातिर किया क्या है? पीएम ने बताया कि उस वीडियो ने उन्हें प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, “उस गाँव की महिला, उस माँ ने उसके सवाल का एक साँस में जवाब देना शुरू कर दिया। जब वो जवाब दे रही थी तो वो जो सवाल पूछने वाला था, उसका चेहरा लटक गया।“
बिहार में एक तरफ डबल इंजन की सरकार है जो बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है,
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तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज हैं जो अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।#NDASangBihar pic.twitter.com/MT9UFvAlhL
बता दें कि उक्त वीडियो में उस महिला ने बिना लाग लपेट के कहा “मोदी हमारा के नल देहलन, लाइन देहलन, बिजली देहलन, मोदी हमरा के कोटा देहलन, राशन देहलन, पेंसिन देहलन। मोदी हमरा के गैस देहलन। उनका क्यों वोट न देबे, का तौहर के देब।” पीएम ने स्वीकार किया कि ये भी सच है कि बिहार के हज़ारों युवाओं का अलग-अलग कंपीटिशन की कोचिंग में, तैयारी में ऊर्जा, समय और पैसा दोनों लगता है। अब रेलवे, बैंकिंग और ऐसी अनेक सरकारी भर्तियों के लिए एक ही एंट्रेंस एग्ज़ाम की व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री ने चेताया कि देश में चौतरफा हो रहे विकास के बीच, आप सभी को उन ताकतों से भी सावधान रहना है, जो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशहित के खिलाफ जाने से भी बाज नहीं आतीं। ये वो लोग हैं जो देश के वीर जवानों के बलिदान में भी अपना फायदा देखने लगते हैं। उन्होंने पाकिस्तानी संसद के वायरल वीडियो की चर्चा करते हुए कहा कि 2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा है। बकौल पीएम, इस सच्चाई ने उन लोगों के चेहरे से नकाब हटा दिया, जो हमले के बाद अफवाहें फैला रहे थे।