प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (03 मार्च 2024) को मंत्रिपरिषद की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें ‘विकसित भारत 2047’ के विजन दस्तावेज और अगले पांच वर्षों के लिए एक विस्तृत कार्य योजना पर विचार-मंथन सत्र आयोजित किया गया। यह बैठक दिल्ली के चाणक्यपुरी डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में सुषमा स्वराज भवन में आयोजित की गई, जो करीब 8 घंटों तक चली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की ये आखिरी बैठक है, क्योंकि इसके बाद आचार संहिता लग जाएगी। इस बैठक में भारत को साल 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के रोडमैप और विजन पर चर्चा हुई। इसके लिए विजन इंडिया-2047 पर प्रेजेंटेशन भी दिया गया। इस बैठक में सभी मंत्रालयों के सचिव भी मौजूद रहे। कैबिनेट मीटिंग में जिन एजेंडों पर चर्चा हुई, उसमें मई 2024 में नई सरकार का गठन होने पर एक्शन प्लान भी तैयार हुआ। ये एक्शन प्लान 100 दिनों के लिए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी मंत्रिपरिषद की बैठक में सांसदों को जीत का मंत्र दिया। पीएम मोदी अपने मंत्रियों को लगभग 1 घंटे संबोधित किया। पीएम मोदी आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त दिखे। उन्होंने अपनी कैबिनेट के साथियों संग मैराथन बैठक की। इस महत्वपूर्ण मुलाकात में प्रधानमंत्रियों ने अपने मंत्रियों को विवादित बयानबाजी से बचने और ज्यादा बोलने से परहेज करने को कहा। इस दौरान मंत्रियों ने भी तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने के बाद अगले 100 दिन का रोडमैप सबके सामने रखा है। इस बैठक में पीएम मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपने मंत्रियों और नेताओं चुनावी तैयारियों से जुड़े कई अहम निर्देश भी दिए।
Prime Minister Narendra Modi along with the council of ministers brainstorms the vision document for Viksit Bharat 2047 & detailed action plan for the next 5 years. A 100-day agenda for immediate steps were also worked upon for quick implementation after the formation of the new… pic.twitter.com/I16FjV1UQd
— ANI (@ANI) March 3, 2024
सूत्रों के मुताबिक, ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य पूरा करने के लिए मोदी सरकार सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक समाज संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए आगे बढ़ेगी। पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान कहा कि इस साल जून में जो बजट पेश होगा उसमें विकसित भारत की झलक दिखनी चाहिए। भारत 2047 तक एक विकसित देश कैसे बने इसको लेकर सचिवों ने पीएम को पाँच प्रजेंटेशन दिखाए। केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू, अर्जुन मेघवाल और पीयूष गोयल ने प्रजेंटेशन पर अपने सुझाव प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखे।
गौरतलब है कि विकसित भारत के विजन डॉक्यूमेंट को तैयार करने के लिए 2700 से अधिक बैठकों, वर्कशॉप और सेमिनारों का आयोजन किया गया। इसमें 20 लाख से ज्यादा सुझाव प्राप्त हुए। विकसित भारत @2047 के लिए दस सेक्टरों के विजन को एकीकृत तौर पर संयोजित करने की जिम्मेदारी नीति आयोग को सौंपी गई थी। इसका आखिर टारगेट 2047 तक भारत को एक विकसित देश में बदलना है। इसका मतलब है कि जब भारत देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे, तब तक भारत देश विकसित राष्ट्र बन चुका होगा।