प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक नई उपलब्धि दर्ज हुई है। उन्हें आज (22 मार्च 2024) भूटान में वहाँ के राजा से सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हुआ। पीएम मोदी पहले विदेशी शानाध्यक्ष हैं जिन्हें भूटान ने इस सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो (Order of the Druk Gyalpo)’ से नवाजा है। इससे पहले ये सम्मान सिर्फ चार लोगों को मिला है। साल 2008 में यह पुरस्कार रॉयल क्वीन आशी केसांग वांगचुक को दिया गया था। इसके बाद ये सम्मान अब पीएम मोदी को मिला है। उनके अवार्ड पाते ही चारों ओर तालियाँ बजीं। सबने खड़े होकर पीएम का अभिवादन किया।
भूटान के राजा द्वारा ‘सर्वोच्च नागरिक सम्मान’ से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा, “आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। हर पुरस्कार अपने आप में विशेष होता ही है लेकिन जब किसी अन्य देश से पुरस्कार मिलता है तो यह महसूस होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”
#WATCH | Thimpu: On being conferred Order of the Druk Gyalpo, Prime Minister Narendra Modi says, "Today is a very big day in my life, I have been conferred with Bhutan’s highest civilian honour. Every award is special, but when you receive an award from another country, this… https://t.co/U3HEzejRci pic.twitter.com/7vqmhzRFGs
— ANI (@ANI) March 22, 2024
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “140 करोड़ भारतवासी जानते हैं कि भूटान के लोग उनके अपने परिवार के सदस्य हैं। भूटान के लोग भी यह जानते हैं और मानते हैं कि भारत उनका परिवार है। हमारे संबंध, मित्रता, आपसी सहयोग और विश्वास अटूट है। इसलिए मेरे लिए आज का यह दिन बहुत विशेष है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “भारत और भूटान एक साझी विरासत का हिस्सा है। भारत भगवान बुद्ध की भूमि है, उनकी तपोस्थली है। भारत वह भूमि है जहाँ बुद्ध को बोध प्राप्त हुआ था। भूटान ने भगवान बुद्ध की उन शिक्षाओं को आत्मसात किया, उन्हें संरक्षित किया।”
बता दें कि पीएम मोदी इन दिनों दो दिन के भूटान दौरे पर हैं। वहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। शुक्रवार को वो राजधानी थींपू के ताशिचो दजोंग पैलेस पहुँचे। यहाँ उनका औपचारिक रूप से स्वागत हुआ। स्वयं भूटान के राजा जिग्मे वागंचुक ने उनसे मुलाकात की। वहीं उनसे पहले वहाँ के पीएम शेरिंग टोबगे ने पारो एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री को देख उन्हें गले लगाया था और उन्हें कहा था- “स्वागत है मेरे बड़े भाई।”