प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (सितम्बर 11, 2019) को मथुरा में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक के ख़िलाफ़ लोगों को जागरूक बनाने के लिए नई पहल का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घर एवं कार्यक्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें। इसके लिए उन्होंने लोगों से इस वर्ष गाँधी जयंती तक की समयावधि निर्धारित करने को कहा। उन्होंने मथुरा में कचरा बीनने वाली महिलाओं के साथ भी मुलाक़ात की।
इस दौरान उन्होंने 1000 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। उन्होंने पशु आरोग्य मेले में किसानों से मुलाक़ात कर यह जाना कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं? केंद्र में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार मथुरा पहुँचे थे। उन्होंने यूपी में बड़ी संख्या में लोकसभा सीटों पर भाजपा की विजय के लिए जनता का धन्यवाद किया।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi plays with a cow and its calf in Mathura. pic.twitter.com/SQD84mHcDb
— ANI UP (@ANINewsUP) September 11, 2019
भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में पर्यावरण का महत्व समझाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यमुना और गाय के बिना कान्हा की कोई भी तस्वीर पूरी नहीं होती। उन्होंने कहा कि दूध, दही और माखन के बिना श्रीकृष्ण की कल्पना की ही नहीं जा सकती। पीएम मोदी ने समझाया कि जिस तरह प्रकृति, पशुधन और पर्यावरण के बिना भगवान कृष्ण अधूरे नज़र आते हैं, उसी तरह इनके बिना भारत भी अधूरा लगेगा। उन्होंने प्रकृति से संतुलन बना कर चलने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को प्लास्टिक के कारण उत्पन्न ख़तरे के बारे में बताया। विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि कुछ लोगों के कान में जैसे ही ‘ॐ’ या ‘गाय’ शब्द पड़ते हैं, उनके बाल खड़े हो जाते हैं। प्लास्टिक कचरे से मुक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा:
“प्लास्टिक कचरे की समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही है। ब्रजवासी अच्छी तरह जानते हैं कि कैसे प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रहा है। मैं देशभर में काम कर रहे सभी स्वास्थ्य संगठन, सिविल सोसाइटी, युवा मंडल, महिला मंडल, क्लब, स्कूल, कालेजों से सिंगल यूज प्लास्टिक खत्म करने के मिशन में शामिल होने का आग्रह करता हूँ। महात्मा गाँधी ने भी स्वच्छता को प्रमुखता दी। उनकी 150वीं जयंती पर यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
हमें समाधान खोजने हैं कि हरे चारे की उचित व्यवस्था कैसे सुनिश्चित हो, उन्हें भी पोषक आहार कैसे मिले? प्लास्टिक की थैलियों का सस्ता और सुलभ विकल्प क्या हो सकता है? ऐसे अनेक विषयों का हल देने वाले स्टार्ट अप शुरू किए जा सकते हैं: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 11, 2019
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन की शुरुआत ब्रजभाषा से की। इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने प्लास्टिक-कूड़ा अलग करने वाले लोगों से न सिर्फ़ बातचीत की बल्कि उनके काम में हाथ भी बँटाया।