देवभूमि उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को एक बड़ी सौगात दी है। शनिवार (4 दिसंबर 2021) को प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड के दौरे पर पहुँचे और राज्य में 18,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा की। इसके तहत पीएम ने 15,626 करोड़ रुपए की परियोजना का शिलान्यास किया, जबकि 2,573 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने बताया कि इन पाँच सालों में केंद्र ने उत्तराखंड के लिए एक लाख करोड़ रुपए की योजनाओं को मंजूरी दी है। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चाहे वन रैंक वन पेंशन, अत्याधुनिक हथियार हों या फिर आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब देना हो, इन लोगों ने (कॉन्ग्रेस और विपक्षी दलों ने) हर कीमत पर सेना का मनोबल तोड़ने की कसम खा रखी थी। प्रधानमंत्री मोदी कहा है, “आज देश में जो सरकार है, वह किसी भी कीमत पर दुनिया के सामने झुकने वाली नहीं है। हम राष्ट्र प्रथम और सदैव प्रथम के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं।”
यूपीए से की तुलना
प्रधानमंत्री ने कॉन्ग्रेस के शासनकाल की सच्चाई बयाँ करते हुए कहा कि 2007-14 तक केंद्र में जो सरकार रही, उसने सात साल में राज्य में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने सात साल में 12,000 करोड़ रुपए की लागत से 2,000 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए। उन्होंने ये भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने पूरे देश को आपस में जोड़ने के लिए कनेक्टिविटी योजना शुरू की थी, लेकिन 2004-2014 के बीच इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के नाम पर किए गए घोटालों से देश को बहुत नुकसान हुआ। अब हम इसकी भरपाई कर रहे हैं। पीएम ने पहाड़ों को सुरक्षा के लिहाज से अभेद्य किला बताया और कहा कि हमारे पहाड़ हमारी संस्कृति और आस्था के गढ़ हैं।
देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने इस दौरे में दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास किया। 8,300 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस कॉरिडोर के तैयार होने के बाद दिल्ली से देहरादून की 6 घंटे की दूरी केवल 2.5 घंटे में पूरी होगी। इससे हरिद्वार, शामली, मेरठ और बागपत जाने वालों को भी आसानी होगी। पीएम ने कहा, “आज मैं गर्व से कह सकता हूँ कि उत्तराखंड का पानी और जवानी दोनों ही पहाड़ के काम आए।”