Monday, November 25, 2024
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‘दाल किसानों को दिए ₹60000 करोड़, छोटे कृषक हमारी प्राथमिकता’: कर्नाटक में राजा वेंकटप्पा की धरती पर PM मोदी, कई विकास परियोजनाओं की दी सौगात

"आजादी के अमृत काल में हमें विकसित भारत का निर्माण करना है। भारत विकसित तब हो सकता है, जब देश का हर नागरिक, हर परिवार, हर राज्य इस अभियान से जुड़े।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार (19 जनवरी, 2023) को कर्नाटक के यादगिरि, कोडेकल और कलबुर्गी में सिंचाई, पेयजल और राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना से संबंधित विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और उनका शिलान्यास किया। वहीं, मालखेड़ में नव घोषित राजस्व गाँवों के लाभार्थियों को ‘हक पत्र’ सौंपा।

इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सूरत-चेन्नई इकोनॉमी कॉरिडोर का जो हिस्सा कर्नाटक में पड़ता है, उस पर भी आज से काम शुरू हो गया है। इससे यादगिरि, रायचूर और कलबुर्गी सहित इस पूरे क्षेत्र में ‘ईज ऑफ डूइंग’ भी बढ़ेगी और रोजगार को बल मिलेगा। विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए कर्नाटक के लोगों को बहुत-बहुत बधाई।

‘यादगिरी का एक महान इतिहास है’

पीएम मोदी ने कहा, “यादगिरी का एक महान इतिहास है। इसमें अद्भुत स्मारक हैं और समृद्ध संस्कृति और परंपराएँ हैं। इस जगह पर राजा वेंकटप्पा नायक का महान शासन इतिहास में एक अद्भुत निशान छोड़ गया है। मैं यादगिरी की ऐतिहासिक और विरासत भूमि को नमन करता हूँ।” उन्होंने यह भी कहा कि चल रही विकासात्मक परियोजनाएँ यादगिरी, कलबुर्गी और रायचूर के क्षेत्रों में जीवन को आसान बनाएँगी।

‘आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत का निर्माण’

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ‘आजादी के ‘अमृत काल’ का जिक्र करते हुए कहा, “आजादी के अमृत काल में हमें विकसित भारत का निर्माण करना है। भारत विकसित तब हो सकता है, जब देश का हर नागरिक, हर परिवार, हर राज्य इस अभियान से जुड़े। यह किसानों से लेकर व्यापारियों के सामूहिक प्रयास से ही साकार होगा, इसलिए सभी को आगे आना चाहिए और अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।”

पीएम ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, “हमारी सरकार ने यादगिरि सहित देश के 100 से अधिक ऐसे जिलों में आकांक्षी जिला कार्यक्रम शुरू किया। हमने इन जिलों में सुशासन पर बल दिया। विकास के हर पैमाने पर काम शुरू किया। हमारे देश में दशकों तक करोड़ों छोटे किसान भी हर सुख-सुविधा से वंचित रहे, सरकारी नीतियों में उनका ध्यान तक नहीं रखा गया। आज यही छोटे किसान देश की कृषि नीति की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।”

‘किसानों से 80 गुना दाल MSP पर खरीदी’

वह आगे कहते हैं, “केंद्र सरकार ने भी इन 8 वर्षों में किसानों से 80 गुना दाल MSP पर खरीदी है। 2014 से पहले ​दाल के लिए किसानों को 100 करोड़ रुपए मिलते थे, तो वहीं हमारी सरकार ने दाल किसानों को 60 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। यादगिरि दाल का कटोरा है, यहाँ की दालें देश भर में पहुँचती हैं। पिछले 7-8 वर्षों में अगर भारत ने दालों के लिए विदेशी निर्भरता को ​कम किया है तो इसमें उत्तर कर्नाटक के किसानों की बहुत बड़ी भूमिका है।”

प्रधानमंत्री ने वोट बैंक की बजाए विकास को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा, “2014 में आपने मुझे आशीर्वाद दिया और बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। मैं जानता हूँ कि जब तक भारत का एक भी जिला विकास के पैमाने पर पीछे रहेगा, तब तक देश विकसित नहीं हो सकता।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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