प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (5 अक्टूबर) को अखिलेश यादव को गरीबों को झूठे सपने दिखाने और उन्हें धोखा देना पर आड़े हाथों लिया। साथ ही उन्होंने दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के सामने एक कड़ी चुनौती पेश की।
पीएम मोदी ने आज लखनऊ में 4737 करोड़ की 75 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”यूपी आया हूँ तो कुछ होमवर्क देने का मन कर रहा है। इस बार दिवाली पर अयोध्या में कहते हैं कि 7.5 लाख दीये का कार्यक्रम है। मैं यूपी को कहता हूँ कि रोशनी के लिए प्रतिस्पर्धा के मैदान में आगे आएँ। देखें अयोध्या ज्यादा दीये जलाता है कि ये जो 9 लाख घर दिए गए हैं, वो 9 लाख घर 18 लाख दीये जलाकर दिखाते हैं।”
इस बार दीपावली में अयोध्या में 7.50 लाख दीये जलाने का कार्यक्रम है।
— BJP (@BJP4India) October 5, 2021
मैं उत्तर प्रदेश को कहता हूं कि रोशनी के लिए स्पर्धा में मैदान में आएं।
देखें अयोध्या ज्यादा दीये जलाता है कि ये जो 9 लाख घर दिए गए हैं, वो 9 लाख घर 18 लाख दीये जलाकर दिखाते हैं।#TransformingUrbanLandscape
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे भगवान राम प्रसन्न होंगे। उन्होंने कहा, “पिछले 7 वर्षों में जिन 9 लाख परिवारों को पीएमएवाई के तहत घर उपलब्ध कराए गए हैं, उन्हें दिवाली पर अपने घरों के बाहर 2 दीये जलाने चाहिए। अयोध्या में करीब साढ़े सात लाख दीये जलाए जाएँगे। लेकिन, मेरे गरीब भाइयों और बहनों के घरों में 18 लाख दीये जलाए जाएँगे।” प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 75,000 PMAY लाभार्थियों को डिजिटल रूप से चाबियाँ भी सौंपीं। पीएम ने कहा कि वे अब अपने नए घर में सभी त्योहार मना पाएँगे।
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, “मुझे वह समय याद है जब सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश घरों के निर्माण में पिछड़ रहा था। आज जब मैं लखनऊ में हूँ, लगता है कि मुझे आपको अपनी कहानी शुरू से बतानी चाहिए। यूपी के लोगों को यह समझने के लिए पता होना चाहिए कि कैसे पहले की सरकारों ने राज्य में क्षुद्र राजनीति की है।”
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार गरीबों के लिए घर बनाने के लिए पैसा भेज रही थी। इसके बावजूद 2017 से पहले UP में जो सरकार थी, वो गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। 2017 से पहले पीएम आवास योजना के तहत UP के लिए 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन यहाँ 18 घर भी नहीं बने।”
गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, इसके बावजूद 2017 से पहले UP में जो सरकार थी, वो गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी।
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2017 से पहले पीएम आवास योजना के तहत UP के लिए 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन यहां 18 घर भी नहीं बने।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/vPWCEmHqmN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “तत्कालीन राज्य सरकार ने लोगों के लिए 18 घर भी नहीं बनाए थे। ये बातें आपको सोचने पर मजबूर कर देंगी। घर बनाने के लिए धन उपलब्ध था, लेकिन राज्य सरकार जानबूझकर अड़चने पैदा कर रही थी। यूपी के लोग अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के इन कार्यों को कभी नहीं भूल सकते।”
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने मंगलवार (5 अक्टूबर, 2021) को लखनऊ में देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘न्यू अर्बन इंडिया’ थीम के साथ केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय व नगर विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय ट्रांसफॉर्मिंग अर्बन लैंडस्केप सम्मेलन-सह-एक्सपो का उद्घाटन किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झाँसी, प्रयागराज, गाजियाबाद व वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का फ्लैग ऑफ भी किया।