मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के मंदिर में रेप वाले बयान के बाद शुरू हुआ सियासी बवाल अब पोस्टर वॉर का रूप ले चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रदेश की राजधानी भोपाल में कई मंदिरों के बाहर दिग्विजय सिंह के प्रवेश निषेध को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं। जिनपर दिग्विजय सिंह को मंदिरों में प्रवेश नहीं देने का संदेश लिखा हुआ हैं।
दिग्विजय सिंह के खिलाफ लगे पोस्टर, लिखा- मंदिरों के दरवाजे इनके लिए बंद हों-https://t.co/LujgA8K0Na @digvijaya_28 @CMMadhyaPradesh #digvijayasingh @INCIndia
— NaiDunia (@Nai_Dunia) September 19, 2019
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के परशुराम मंदिर, साईं मंदिर, हनुमान मंदिर समेत कई मंदिरों में ऐसे पोस्टर चिपकाए गए हैं। हालाँकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये पोस्टर किसने लगाए हैं, लेकिन इन पोस्टर्स पर निवेदक के तौर पर हिन्दू समाज का नाम लिखा हुआ है। साथ ही संदेश के रूप में दिग्विजय सिंह की तस्वीर पर क्रॉस का निशान लगाकर लिखा है, “हिंदू समाज की यही पुकार हिंन्दू विरोधी दिग्विजय सिंह के लिए मंदिर के दरवाजें बंद हों, बंद हों।”
यहाँ बता दें कि पुलिस को इन पोस्टर्स की भनक लगते ही ये सभी पोस्टर्स तुरंत हटवा दिए गए हैं।
“आज भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं, भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं, मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर माफ़ नहीं करेगा।”https://t.co/aw7BljoadK
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) September 18, 2019
गौरतलब है कि अभी बीते दिनों दिग्विजय सिंह ने भोपाल में संत समागम को संबोधित करते हुए कहा था कि सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म है, इसके अलावा जितने भी धर्म हैं वो अलग-अलग विचारधारा के ज़रिए उत्पन्न हुए हैं। विश्व का सबसे प्राचीनतम धर्म सनातन धर्म है, जिसका कभी अंत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा था, “आज भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं, भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं, मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर माफ़ नहीं करेगा।”
#WATCH Digvijaya Singh, Congress in Bhopal: Today, people are wearing saffron clothes and raping, rapes are happening inside temples, is this our religion? Those who have defamed our ‘Sanatan Dharma’, not even god will forgive them. pic.twitter.com/psAQcd1R7p
— ANI (@ANI) September 17, 2019
जिसके बाद उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ था और उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए लिखा था कि हिंदू संत हमारी सनातन आस्था का प्रतीक हैं। इसीलिए उनसे उच्चतम आचरण की अपेक्षा की जाती है। अगर संत वेश में कोई भी गलत आचरण करता है, तो उसके खिलाफ आवाज उठनी ही चाहिए। सनातन धर्म, जिसका मैं स्वयं पालन करता हूँ, उसकी रक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी ही है।