अभिनेता से नेता बने प्रकाश राज का 2018 का एक वीडियो सोशल मीडिया में घूम रहा है, जिसमें उन्होंने हिन्दुओं में काफ़ी लोकप्रिय रामलीला की तुलना ‘चाइल्ड पोर्न’ से की है।
फरवरी 2018 में न्यूज़ 18 के एक इवेंट में बोलते हुए अल्ट्रा-लेफ़्ट विंग की विचारधारा वाले प्रकाश राज ने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर रामलीला के प्रचार-प्रसार के लिए हमला बोला था। प्रकाश राज ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश के सीएम का धार्मिक उत्सवों में शामिल होना महज़ दिखावा है और इससे अल्पसंख्यकों में डर का माहौल पैदा होता है। उन्होंने कहा था कि क्या यूपी के मुख्यमंत्री ‘विकास’ की उम्मीद दीवार पर रंग बदल देने से कर रहे हैं।
प्रकाश राज ने आगे यह भी कहा कि उन्हें यह काफी मज़ाकिया लगता है जब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ‘रथोत्सव’ में भागीदारी करते हैं। उन्होंने आगे बढ़कर यह भी कह दिया कि योगी आदित्यनाथ का राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते ऐसी चीज़ें करना सही नहीं है।
इसके बाद उन्होंने रामलीला इवेंट पर हैरत में डाल देने वाला कमेंट किया जहाँ प्रकाश राज ने दावा किया कि वे रामलीला जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम इस देश में नहीं होने देना चाहते। इन कार्यक्रमों को तुष्टिकरण कहते हुए प्रकाश राज ने वह निंदनीय कमेंट किया जिसमें उन्होंने इसकी तुलना ‘child porn’ से की।
Where scumbag Prakash Raj claims Ram Leela is akin to legitimising child porn and Ram Leela depictions instill fear in the minds of minorities. pic.twitter.com/RskTjZGkde
— MP (@mpopat) October 22, 2019
एंकर ने पूछा कि क्यों उत्तर प्रदेश सरकार को ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं कराने चाहिए क्योंकि ये तो लोगों की इच्छा का प्रतिबिम्ब है और सवाल किया कि क्यों प्रकाश राज को इस इवेंट से दिक्कत है। झुँझलाए हुए प्रकाश राज ने कहा, “आप तब नहीं पूछेंगे जब बच्चे ‘child porn’ देखते हैं? आप उसे छोड़ देंगे? यह समाज के लिए हानिकारक है। रामलीला जैसे इवेंट्स समाज के लिए हानिकारक हैं। यह तुष्टिकरण है। यह अल्पसंख्यकों में डर फैला रहा है। उन्होंने (यूपी सरकार ने) जो किया उससे हम में डर बैठ गया। मैं इससे सहज नहीं हूँ।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरी समझ के अनुसार क्या उनका मंदिर जाना हमारी संस्कृति है। पूरी जनता के सामने आप नाटक क्यों कर रहे हैं?”
जब उनसे पूछा गया कि वे कैसे क्या भारतीय संस्कृति है और क्या नहीं इसका सर्टिफिकेट बाँट रहे हैं, प्रकाश राज ने कहा कि उन्हें यह बात स्पष्ट है कि क्या संस्कृति है और क्या नहीं। “राम, लक्ष्मण और सीता को हेलीकॉप्टर से लाना और नीचे उतारना मेरी संस्कृति नहीं है।”
अल्ट्रा-लेफ़्ट विंग की विचारधारा वाले प्रकाश राज, जिन्हें अक्सर हिन्दुओं की आस्था के प्रति ज़हर उगलते और अपने वाममपंथी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए झूठ फैलाते देखा जाता है, को 2019 के आम चुनावों में अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने उस हार को अपने “मुँह पर करारा थप्पड़” कहा था।
बीते समय में प्रकाश राज ने एक और विवाद को हवा दी थी जब उन्होंने हिन्दू धर्म के ख़िलाफ़ बदज़बानी करते हुए और सबरीमाला की प्राचीन मान्यता को घसीटते हुए कहा था कि उनके पास “कोई इज्जत नहीं है” उस धर्म के लिए जो “औरतों को प्रार्थना करने से रोकता है”। तथ्यों के लिए प्रकाश राज के पास कोई सम्मान नहीं है और उन्होंने जानबूझकर हिन्दू धर्म का अपमान किया था हिन्दुओं से अपनी नफरत को आगे बढ़ाने के लिए।