उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) में खुद को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा बताने के बाद कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी (Congress General Secretary Priyanka Gandhi) अपने बयान से पलट गई हैं। सीएम कैंडिटेट के सवाल पर उनके बयान ‘मेरे सिवा कोई और दिख रहा है’ की चर्चा होने लगी थी। इसके बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि मीडिया पूछ रही थी, इसलिए उन्होंने ऐसे ही कह दिया और इसे अब बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
प्रियंका ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका फैसला पार्टी करती है और उत्तर प्रदेश में पार्टी ने मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा बार-बार मुख्यमंत्री के चेहरे की बात करने के कारण उन्होंने ऐसा कह दिया था।
समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में प्रियंका गाँधी ने कहा, “कहीं ये मेरी पार्टी तय करती है कि कौन मुख्यमंत्री का चेहरा होगा और कहीं नहीं तय करती है। ये मेरी पार्टी का तरीका है। मैं ये नहीं कह रही हूँ कि मैं ही हूँ चेहरा। वो तो मैंने थोड़ा बढ़ के कह दिया, क्योंकि बार-बार आप लोग वही सवाल कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि इतने प्रदेश हैं और इतने प्रभारी हैं, चाहे वो कॉन्ग्रेस के हों या भाजपा के, उनसे मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सवाल नहीं पूछा जाता और उनसे ही ये सवाल किया जाता है। उन्होंने कहा, “क्या आप उन सब से पूछते हैं कि वो मुख्यमंत्री का चेहरा बन रहे हैं या नहीं? क्यों नहीं पूछ रहे हैं? मुझसे क्यों पूछते हैं?”
#WATCH | I am not saying that I am the (CM) face (of Congress in the Uttar Pradesh elections)… I said that (you can see my face everywhere) in irritation because you all were asking the same question again & again: Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra on her pic.twitter.com/mDIWc9iG8g
— ANI (@ANI) January 22, 2022
दरअसल, शुक्रवार (21 जनवरी 2022) को पार्टी के घोषणा-पत्र के एलान के दौरान प्रियंका गाँधी शुक्रवार संकेत दिया था कि उत्तर प्रदेश में कॉन्ग्रेस की ओर से वही मुख्यमंत्री की चेहरा हैं। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उनके सिवाय और किसी का चेहरा दिख रहा है? प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में हर जगह पर उन्हीं का चेहरा दिख रहा है।
शुक्रवार को पार्टी ने घोषणा-पत्र (Election Manifesto) जारी करते हुए 8 सूत्रीय एजेंडा तय किया था। राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी (Rahul Gandhi And Priyanka Gandhi) द्वारा जारी इस घोषणा-पत्र को ‘भर्ती विधान’ नाम दिया है। इस दौरान प्रियंका गाँधी ने कहा कि प्रदेश में भर्ती सबसे बड़ी समस्या है, इसलिए अपने घोषणा-पत्र को भर्ती विधान नाम दिया है।
प्रियंका गाँधी ने कहा था, “हम प्रदेश के 20 लाख युवाओं को नौकरियाँ देंगे, जिनमें से 8 लाख नौकरियाँ आरक्षण के तहत महिलाओं को दी जाएँगी।” उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने आम लोगों से बातचीत कर इस घोषणा-पत्र को तैयार किया है। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में धाँधली से लोग परेशान हैं। घोषणापत्र में एक अलग से सेक्शन बनाया गया है, जो युवाओं के भविष्य निर्माण का कार्य करेगा।