राहुल गाँधी ने एक बार फिर से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके बाद उनकी खासी फजीहत हुई है। इस दौरान जो मीडिया संस्थान राहुल गाँधी के भाषण को कवर कर रहे थे, उन्हें भी उन्होंने नहीं छोड़ा। कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने महँगाई और बेरोजगारी की बात करते हुए ANI (एशिया न्यूज़ इंटरनेशनल) और PTI (प्रेस ट्रस्ट और मीडिया) जैसे संस्थानों का नाम लिया और इन्हें अम्बानी-अडानी का बता दिया। वाराणसी में उन्होंने दावा किया कि मुकेश अम्बानी और गौतम अडानी इन चैनलों के मालिक हैं।
बकौल राहुल गाँधी, किसान और मजदूर के बारे में ये मीडिया संस्थान कभी नहीं दिखाने वाले, क्योंकि इनके मालिक कहते हैं कि हिंदुस्तान के गरीबों के बारे में नहीं दिखाना है, सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में 24 घंटे दिखाना है। कॉन्ग्रेस पार्टी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से इस वीडियो को डाला। अब समाचार एजेंसी PTI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर कॉन्ग्रेस के इसी वीडियो का रिप्लाई देते हुए उत्तर प्रदेश में दिए गए राहुल गाँधी के इस भाषण पर पलटवार किया।
PTI ने लिखा, “हम ये जान कर हैरान हैं कि राहुल गाँधी कह रहे हैं कि PTI के मालिक अम्बानी और अडानी हैं। PTI एक स्वतंत्र, गैर-मुनाफा वाली कंपनी है। देश की स्वतंत्रता के समय से ही समाचार-पत्रों का कुछ समूह मिल कर PTI को चलाता है, जो इसके राजस्व से किसी प्रकार की आय का लाभ नहीं लेते।” बता दें कि PTI एक कोऑपरेटिव संस्था है, जिसे 500 से भी अधिक पत्र-पत्रिका समूह मिल कर चलाते रहे हैं। 27 अगस्त, 1947 को तत्कालीन मद्रास (अब चेन्नई) में इसकी स्थापना हुई थी।
Shocked to hear Rahul Gandhi say PTI is owned by Adani and Ambani. PTI is an independent, not-for-profit company. It has been jointly owned since Independence by a group of newspaper companies that derive no income from PTI's revenue.@RahulGandhi @INCIndia
— Press Trust of India (@PTI_News) February 17, 2024
बता दें कि मीडिया लगातार किसान आंदोलन के बारे में चला रहे हैं, इसके बावजूद राहुल गाँधी कह रहे हैं कि ANI और PTI के मालिक अम्बानी-अडानी हैं। जबकि दोनों ही संचार एजेंसी के सोशल मीडिया हैंडल्स पर किसानों के आंदोलन की खबरें भरी पड़ी हैं। राहुल गाँधी जिस मीडिया पर निशाना साध रहे हैं, वो लगातार किसान नेताओं के बयान चला रही है। इसके बावजूद राहुल गाँधी इसी मीडिया पर निशाना साध रहे हैं। तथ्यात्मक रूप से भी ये गलत है कि ANI या PTI में अम्बानी-अडानी का पैसा लगा है।