कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के बाद ट्विटर ने कॉन्ग्रेस पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को भी लॉक कर दिया है। इसको लेकर राहुल गाँधी ने कंपनी पर हमला बोला है। राहुल ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर ‘ट्विटर का डेंजरस गेम’ शीर्षक वाला एक वीडियो जारी किया है। डेढ़ मिनट से ज्यादा के वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्विटर उनके अकाउंट बंद करके भारत की राजनीति में हस्तक्षेप कर रहा है।
कॉन्ग्रेस नेता ने शुक्रवार (13 अगस्त) को कहा कि मुझे लगता था कि मीडिया के बाद टि्वटर रोशनी की एक किरण है, जहाँ हम जो सोचते हैं उसे शेयर कर सकते हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। ट्विटर भी वही सुनता है, जो सरकार कहती है।
उन्होंने कहा, ”यह राहुल गाँधी पर हमला नहीं है, बल्कि देश के लोकतांत्रिक ढाँचे पर हमला है। मेरे 19-20 मिलियन (करीब 2 करोड़) फॉलोअर्स हैं। आप उन्हें राय देने के अधिकार से वंचित कर रहे हैं। ट्विटर का रवैया पक्षपातपूर्ण हैं।”
दिलचस्प बात यह है कि राहुल गाँधी जिस ‘राय’ की बात कर रहे हैं, वह केवल उनकी क्षुद्र राजनीति का हिस्सा है। एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता की पहचान से समझौता करने के उनके कथित अधिकार का हमारा कानून अनुमति नहीं देता है। वायनाड के सांसद ने ट्विटर पर केंद्र सरकार के निर्देश का पालन करने और उनके प्रति झुकाव रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि ट्विटर एक तटस्थ मंच नहीं है। यह एक पक्षपाती मंच है, जो सरकार के अनुसार कार्य करता है।
माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट के खिलाफ, पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनके अकाउंट को लॉक करना सही निर्णय नहीं है। इससे लोगों में यह संदेश गया कि ट्विटर एक तटस्थ मंच नहीं है। सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी को धमकी देते हुए गाँधी ने कहा, “निवेशकों के लिए यह बहुत खतरनाक बात है, क्योंकि राजनीतिक तौर पर पक्ष लेने से ट्विटर पर इसका असर पड़ता है।” मालूम हो कि जब केंद्र सरकार ने ट्विटर पर लगाम लगाने के लिए उसे नए आईटी नियमों को मानने के लिए कहा था, तब राहुल गाँधी सरकार के इस फैसले को उनकी राजनीति का हिस्सा बताया था। साथ ही ट्विटर का बचाव किया था।
बता दें कि राहुल गाँधी के अलावा जिन पाँच लोगों के अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें रणदीप सुरजेवाला, अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन, लोकसभा में पार्टी के सचेतक मनिकम टैगोर, असम प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और महिला कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव शामिल हैं। इसके अलावा पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ के अकाउंट को भी लॉक किया गया है।
बीते दिनों दिल्ली में 9 साल की बच्ची से कथित बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पीड़ित परिवार से मिले थे। इसके बाद उन्होंने इसकी तस्वीर ट्विटर पर शेयर कर दी थी। इसको लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (NCPCR) ने मामले में संज्ञान लेते हुए ट्विटर को राहुल गाँधी के खिलाफ एक्शन लेने को कहा था। इसके बाद ट्विटर ने राहुल गाँधी के अकाउंट को लॉक कर दिया।