राजस्थान पुलिस ने एल्विश यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद उनसे पूछताछ की, अब उन्हें छोड़ दिया गया है। मीडिया में उनकी गिरफ़्तारी की खबर सामने आई, उसके कुछ ही देर बाद सूचना आई कि उन्हें छोड़ दिया गया है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने उन्हें हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की थी। मीडिया में बताया गया कि एक चेकपॉइंट के पास उनकी कार को रोका गया था। उनकी पहचान ज़ाहिर होने के बाद कोटा पुलिस ने हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की।
फिर उन्हें छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि कोटा पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने के बाद नोएडा पुलिस से संपर्क किया और इसकी सूचना दी। हालाँकि, यूपी पुलिस ने स्पष्ट किया कि वो फ़िलहाल वॉन्टेड नहीं हैं और फरार नहीं चल रहे, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। दोनों राज्यों की पुलिस ने आपस में बातचीत की, फिर उन्हें छोड़ दिया गया। एल्विश यादव फ़िलहाल अपने अगले प्रोजेक्ट्स की शूटिंग और प्रमोशन से जुड़े गतिविधियों में व्यस्त हैं।
राजस्थान पुलिस ने बताया कि राजस्थान पुलिस ने चुनाव के मद्देनज़र रखते हुए नाकाबंदी लगाई थी और इसी दौरान कार में बैठे व्यक्ति व्यक्ति की पहचान एल्विश यादव के रूप में हुई, तभी उन्हें रोका गया था। नोएडा पुलिस से बातचीत करने के बाद उन्हें रोकने की ज़रूरत नहीं महसूस हुई और उन्हें छोड़ दिया गया।
…. और @ElvishYadav की गिरफ़्तारी की खबर बिल्कुल ही झूठी निकली 😊 pic.twitter.com/eGbr0ymuwb
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) November 4, 2023
एल्विश यादव की सोशल मीडिया पर बहुत बड़ी फैन फॉलोविंग है। जहाँ यूट्यूब पर उनके 1.46 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं, वहीं इंस्टाग्राम पर उनके पेज को 1.56 करोड़ लोगों ने लाइक कर रखा है। वहीं फेसबुक पर भी एल्विश यादव के 45 लाख फॉलोवर्स हैं। ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर भी अक्सर उनके सपोर्ट में उनके फैंस ट्रेंड चलते रहते हैं, जहाँ उनके हैंडल पर 7.12 लाख फॉलोवर्स हैं। अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। साँपों के साथ उनके कुछ वीडियो भी सामने आए थे।
Systumm hai……#एलविश_नहीं_ये_आंधी_है
— Pandit – Team Elvish (@IamPandit__Ji) November 4, 2023
We Support ElvishYadav pic.twitter.com/IH5R4EIJiy
हालाँकि, उन्होंने एक स्पष्टीकरण जारी कर के कहा था कि ये सभी वीडियो 5-6 महीने पुराने हैं। उनका कहना है कि गानों की शूटिंग के लिए इनका इस्तेमाल किया गया था। मीडिया में यहाँ तक दावा किया गया था कि वो भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कोटा ग्रामीण स्थित रामगंज सुकेत थाने की पुलिस ने ये कार्रवाई की थी। रेव पार्टी और साँपों के ज़हर से नशे के मामले में नोएडा पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।