भारत के सबसे बड़े निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई और इकॉनमी प्रबंधन के मामले में मोदी सरकार को 10 में से 9 अंक देने की बात कही है। पत्रकार प्रभु चावला ने ‘इंडिया टुडे’ के शो ‘सीधी बात’ में उनसे ये सवाल पूछा था। राकेश झुनझुनवाला ने कहा कि भारत में अधिकतर बीमारियाँ गंदे पानी के कारण फैलती है, लेकिन अब ‘हर घर नल योजना’ से लोगों को स्वच्छ पानी मिल रहा है।
4.4 बिलियन डॉलर (32,120 करोड़ रुपए) की संपत्ति के मालिक राकेश झुनझुनवाला ने उदाहरण देते हुए कहा कि पुणे के लोनावला में उनका एक घर है, वहाँ बोरिंग और पाइप के जरिए वो इसी योजना के जल का प्रयोग करते हैं। उन्होंने पूछा कि जब हर घर में शौचालय और स्वच्छ पानी हो जाएगा तो इसका अच्छा प्रभाव क्या होगा, क्या इस बारे में कोई पत्रकार लिखता है या फिर किसी ने अध्ययन किया है?
उन्होंने प्रभु चावला को सलाह दी कि वो ‘इंडिया टुडे’ में इस चीज का अध्ययन कराएँ। मारवाड़ी परिवार में पले-बढ़े 61 वर्षीय राकेश झुनझुनवाला ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के उस बयान को याद दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार जब 100 देती है तो उसमें से 85 ही गरीब के पास पहुँचता है। उन्होंने कहा कि आज स्थिति बदल गई है और सरकार जब 100 रुपए भेजती है तो गरीब के पास 85 पहुँचते हैं और मात्र 15 गुल होते हैं।
Rakesh Jhunjhunwala is too powerful to be cancelled.
— Smita Deshmukh (@smitadeshmukh) May 23, 2021
A capitalist's take on Modi #sundayfunday pic.twitter.com/Vz9hf4s5Dn
इस पर प्रभु चावला ने उनसे पूछा कि क्या अर्थव्यवस्था के प्रबंधन के मामले में मोदी सरकार अच्छा कार्य कर रही है? राकेश झुनझुनवाला ने इसके जवाब में कहा, “बिलकुल! मैं खुद एक कैपिटलिस्ट हूँ लेकिन मानता हूँ कि देश में विकास आएगा, तभी अर्थव्यवस्था बेहतर होगी। मैं पीएम मोदी को सोशलिस्ट कहता हूँ। आप पत्रकार लोग वैसे भी मोदी सरकार के खिलाफ रहते हैं। अगर वो चुनावी रैली करें तो बुरा है लेकिन ममता बनर्जी करें तो सही है।”
उन्होंने मीडिया पर नकारात्मकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो डर फैला रहा है, लाशों को दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि एक वैश्विक महामारी से लड़ाई की बजाए मीडिया ‘ये हो जाएगा, वो हो जाएगा’ करती रहती है, जिससे बच्चे तक घबरा जाते हैं। जब प्रभु चावला ने मजदूरों के घर लौटने की बात की तो झुनझुनवाला ने कहा कि मुंबई में उनका घर बन रहा है, वहाँ कई मजदूर काम कर रहे हैं।