Thursday, April 18, 2024
Homeराजनीतिअमेरिका में PM मोदी तो राकेश टिकैत ने बायडेन से लगा ली गुहार, पर...

अमेरिका में PM मोदी तो राकेश टिकैत ने बायडेन से लगा ली गुहार, पर भूल गए कृषि कानूनों का समर्थक है अमेरिका

राकेश टिकैत ने जो बायडेन को टैग करते हुए कृषि सुधारों के लिए आए इन तीनों कानूनों को 'काला कानून' बताते हुए कहा कि हमें बचाने के लिए इन्हें वापस लिया जाना ज़रूरी है।

राकेश टिकैत ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन से तीन कृषि कानूनों का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उठाने की अपील की है। जबकि USA ने इन कृषि सुधारों का समर्थन किया था। राकेश टिकैत ने ट्विटर पर उन्हें टैग करते हुए लिखा, “हम किसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान पिछले 11 महीनों में 700 किसानों की मौत हो गई है।”

राकेश टिकैत ने कृषि सुधारों के लिए आए इन तीनों कानूनों को ‘काला कानून’ बताते हुए कहा कि हमें बचाने के लिए इन्हें वापस लिया जाना ज़रूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली बैठक के दौरान आप हमारी चिंताओं को उठाएँ। साथ ही उन्होंने ‘बायडेन, किसानों के लिए आवाज़ उठाओ’ वाला टैग भी लगाया। उनके साथ-साथ कई प्रदर्शनकारियों ने अपने ट्विटर हैंडल से इस टैग को आगे बढ़ाया।

बता दें कि जिस अमेरिका-कनाडा से ये किसान अपने आंदोलन को समर्थन देने के लिए अपील करते रहे हैं, वही देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के MSP नियमों का विरोध करते रहे हैं। उन्होंने इसके खिलाफ ‘विश्व व्यापार संगठन (WTO)’ में शिकायत की थी। जबकि खालिस्तान के लिए सहानुभूति रखने वाले प्रदर्शनकारियों ने कनाडा का उन्हें समर्थन के लिए धन्यवाद दिया था। अब वो अमेरिका से अपील कर रहे हैं।

साथ ही याद हो कि भारत द्वारा किए जा रहे कृषि सुधारों के महत्व को समझते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका ने फरवरी 03, 2021 को मोदी सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को अपना समर्थन दिया था। बायडेन प्रशासन ने कहा था कि वो उन कदमों का स्वागत करता है, जो भारत के बाजारों की कुशलता में सुधार करेंगे और निजी क्षेत्र में अधिक निवेश को आकर्षित करेंगे। अमेरिका से पहले वर्ड बैंक और आईएमएफ भी भारत के तीन नए कृषि कानूनों का समर्थन कर चुका है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 21 राज्य-केंद्रशासित प्रदेशों के 102 सीटों पर मतदान: 8 केंद्रीय मंत्री, 2 Ex CM और एक पूर्व...

लोकसभा चुनाव 2024 में शुक्रवार (19 अप्रैल 2024) को पहले चरण के लिए 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा।

‘केरल में मॉक ड्रिल के दौरान EVM में सारे वोट BJP को जा रहे थे’: सुप्रीम कोर्ट में प्रशांत भूषण का दावा, चुनाव आयोग...

चुनाव आयोग के आधिकारी ने कोर्ट को बताया कि कासरगोड में ईवीएम में अनियमितता की खबरें गलत और आधारहीन हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe