बिहार में पंचायत चुनाव के समीप आते ही तरह-तरह के मामले सामने आने लगे हैं। नया मामला RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव से जुड़ा है। तेजस्वी यादव द्वारा गोपालगंज के बैकुंठपुर में महिलाओं को पैसा बाँटने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में तेजस्वी यादव महिलाओं को 500-500 का नोट बाँटते हुए दिख रहे हैं। पूछे जाने पर बता रहे हैं कि वह लालू यादव के बेटे हैं।
पंचायत चुनाव की घोषणा होने के बाद तेजस्वी की ओर से की गई इस हरकत पर सियासत शुरू हो गई है। एक तरफ जहाँ समर्थकों को इसमें मानवता और दयालु स्वभाव झलक रहा है, वहीं दूसरी तरफ जनता दल यूनाइटेड ने उनके इस कृत्य को गरीबी का मजाक करार दिया है।
आचार संहिता लागू होने के बाद जनता के बीच नोटों की बारिश करने को लेकर जेडीयू ने नेता प्रतिपक्ष ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है और पैसों का लालच देकर चुनावी प्रक्रिया प्रभावित करने का आरोप लगाया है।
कोई जानता नहीं-पहचानता नहीं
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) September 10, 2021
कौन है ये राजकुमार जिसने आंचल में रुपया गिराया है
घमंड का खुमार इस कुमार पर इतना छाया,
अमीरी-गरीबी का फ़र्क़ बताया
कोई पीछे से लालू का लाल है बताता
भूत के वर्तमान का हाल दिखाता
जाओ बबुआ अपनी पहचान बनाओ
आर्थिक लुटेरे होने का दाग़ मिटाओ pic.twitter.com/lUgV3Hxl11
पूर्व मंत्री और जेडीयू नेता नीरज कुमार ने ट्वीट कर कहा, “कोई जानता नहीं-पहचानता नहीं, कौन है ये राजकुमार जिसने आँचल में रुपया गिराया है। घमंड का खुमार इस कुमार पर इतना छाया, अमीरी-गरीबी का फर्क बताया। कोई पीछे से लालू का लाल है बताता, भूत के वर्तमान का हाल दिखाता, जाओ बबुआ अपनी पहचान बनाओ। आर्थिक लुटेरे होने का दाग मिटाओ।”
पीछे से कोई कहता है, कि ये लाल उन्हीं का है…. जिन्होंने लिखवा ली थी उनकी ज़मीन
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) September 10, 2021
बदले उसके चंद नोट के टुकड़े, आँचल में सबके डाल आया था…
लालू के लाल से पूछो गरीबी का माखौल क्यों उड़ाया… वोट को नोट क्यों दिखलाया
इंसानों की मज़बूरी का कुछ तो लिहाज़ कर लो…शर्म करलो बबुआ pic.twitter.com/xEYC6KaH8t
वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “पीछे से कोई कहता है कि ये लाल उन्हीं का है जिन्होंने उनकी जमीन लिखवा ली थी। बदले उसके चंद नोट के टुकड़े, आँचल में सबके डाल आया था। लालू के लाल से पूछो गरीबी का मखौल क्यों उड़ाया। वोट को नोट क्यों दिखाया इंसानों की मजबूरी का कुछ तो लिहाज़ कर लो। शर्म कर लो बबुआ।”
तेजस्वी यादव ने कल गोपालगंज में महिलाओं को पैसे बांटे और उसका वीडियो आरजेडी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। अब जेडीयू इस वीडियो के जरिए तेजस्वी यादव पर पंचायत चुनाव की आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रही है। https://t.co/LCmRjn8mP4
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) September 10, 2021
जदयू नेता उत्कर्ष सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “तेजस्वी यादव ने कल गोपालगंज में महिलाओं को पैसे बाँटे और उसका वीडियो आरजेडी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। अब जेडीयू इस वीडियो के जरिए तेजस्वी यादव पर पंचायत चुनाव की आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की माँग कर रही है।”
Chara wala pysa k sahi itemal hora hai lgta hai 🤣🤣🤣 i can’t believe k jo janwaro k muh k newala cheen leta ho ( chara ghotala ) wo insano ko kyse pysa de raha hai pata karo daya kuch to gadbad hai 🤣🤣🤣🤣
— Rana shaidai (@shaidai07) September 10, 2021
एक ट्विटर यूजर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “चारा वाला पैसा का सही इस्तेमाल कर रहा है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि जो जानवरों के मुँह का निवाला छीन लेता हो (चारा घोटाला) वो इंसानों को कैसे पैसा दे रहा है, पता करो दया कुछ तो गड़बड़ है।”
आज माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री @yadavtejashwi जी @RJDforIndia के बैकुंठपुर से माननीय विधायक श्री @PremShankerYa12 जी के पैतृक गांव में ग्रामीण महिलाओं से मिले और आशीर्वाद प्राप्त किया। pic.twitter.com/fezSXYKP1Q
— युवा राजद (@yuva_rajad) September 9, 2021
युवा राजद ने अपने आधिकारिक पेज से इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, “आज माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी राजद के बैकुंठपुर से माननीय विधायक श्री प्रेमशंकर यादव जी के पैतृक गाँव में ग्रामीण महिलाओं से मिले और आशीर्वाद प्राप्त किया।”
Janata ke bich rahenge aur Janata ki baat karenge!!@RJDforIndia
— Jyoti kumar (@iamjyotikumar) September 10, 2021
अभिनव राज ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा, “पैसा दे कर? इसको आशीर्वाद प्राप्त करना नहीं खरीदना बोलते हैं।”
मामले पर राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने सफाई देते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ित महिलाएँ मदद के लिए तेजस्वी यादव के पास आई थीं तो तेजस्वी यादव ने उन लोगों की मदद की। इसमें गलत क्या है? बाढ़ पीड़ितों की मदद करना क्या कोई गुनाह है। चितरंजन गगन ने कहा कि जदयू के पास तो कोई विकल्प है नहीं तो उनके नेता सिर्फ बयानबाजी करेंगे।