प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के लगातार बढ़ते हुए प्रभाव की गंभीरता को देखते हुए SAARC देशों के साथ बातचीत का प्रस्ताव रखकर बड़ी पहल की है। पीएम मोदी ने अपनी वर्ल्ड लीडर की छवि के अनुसार, दक्षिण एशियाई देशों के संगठन दक्षेस (SAARC) में शामिल देशों से आह्वान किया है कि सभी आठ राष्ट्राध्यक्ष विडियो कॉन्फ्रेसिंग से जुड़कर कोरोना के खिलाफ एकजुट लड़ाई पर चर्चा करें।
सार्क संगठन में भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल अंतरराष्ट्रीय एकजुटता सुनिश्चित करने की दिशा में भी बड़ी मिसाल मानी जा सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज ट्वीट में लिखा- “मैं सार्क राष्ट्रों के नेतृत्व के सामने कोरोना वायरस से लड़ने की मजबूत रणनीति बनाने का प्रस्ताव रखता हूँ। हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नागरिकों को स्वस्थ रखने के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं। हम एकजुट होकर दुनिया के सामने एक मिसाल पेश कर सकते हैं और इसे स्वस्थ रखने में योगदान दे सकते हैं।”
उन्होंने दुनियाभर में फैलते कोरोना वायरस के संक्रमण पर चिंता जाहिर करते हुए इस चुनौती से निपटने की दिशा में सरकारों एवं संगठनों के सम्मिलित प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हमारी दुनिया कोविड- 19 नोवेल कोरोना वायरस से लड़ रही है। सरकार और लोग विभिन्न स्तर पर इससे लड़ने का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर देश के लोगों से सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से सजग है और लोग बड़े समूह में एकत्र होने से बचकर इसके फैलाव को रोक सकते हैं। मोदी ने कोविड-19 पर अपने ट्वीट में कहा, “घबराहट को ना, सावधानी को हाँ कहिए।”
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में कोई केंद्रीय मंत्री विदेश यात्रा नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “मैं देशवासियों से भी गैर-जरूरी यात्राएँ नहीं करने की अपील करता हूँ। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम बड़े समूह में एकत्र होने से बचकर इसके फैलाव को रोक सकते हैं और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।”