संदेशखाली के ‘हैवान’ शेख शाहजहाँ को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उसके खिलाफ कोई स्टे ऑर्डर नहीं है। लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि कोर्ट ने शेख शाहजहाँ की गिरफ्तारी पर स्टे ऑर्डर दिया है, लेकिन ऐसा कोई ऑर्डर ऑन रिकॉर्ड नहीं है। कुछ यही कहा कलकत्ता हाई कोर्ट ने, जिसने संदेशखाली में हुई हैवानियत के मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है। दरअसल, रविवार की शाम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि कोर्ट के ऑर्डर की वजह से शेख शाहजहाँ को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। हालाँकि अब टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि शेख शाहजहाँ को 7 दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ये बात अलग है कि उन्होंने अब भी कोर्ट के स्टे की बात को बहाना बनाते हुए 7 दिनों के वक्त की बात कही है।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस बयान का भी संज्ञान लिया है। इस मामले की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि क्यों शेख शाहजहाँ के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं हो रही है, क्या उस पर कोई रोक है? हाई कोर्ट ने कहा कि शेख शाहजहाँ के खिलाफ एफआईआर दर्ज है और वो मुख्य आरोपित है। ऐसे में उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हाई कोर्ट ने कहा, “एक गलत धारणा बनाई गई है कि शाहजहाँ शेख की गिरफ्तारी पर रोक लगाने का अंतरिम आदेश दिया गया है जबकि इस तरह की कोई भी रोक नहीं लगाई गई है, इसलिए उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
#CORRECTION | The Calcutta High Court Chief Justice ordered to add Sheikh Shahjahan to the Sandeshkhali case; says – Public notice shall be given in this case. There is no stay order in Sandeshkhali cases. There is no reason to not arrest him. pic.twitter.com/ABvAU6N1uf
— ANI (@ANI) February 26, 2024
बता दें कि टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार की रात एक बयान में कहा कि बंगाल सरकार कोर्ट के आदेश की वजह से शाहजहाँ शेख को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। कोर्ट के आदेश से पुलिस के हाथ बंधे हुए हैं। कोर्ट मे उनके इसी बयान को स्वत: संज्ञान में लिया है।
हाई कोर्ट ने कहा कि शेख शाहजहाँ के खिलाफ 4 साल से मामले शिकायतें आ रही हैं। अब तक 42 चार्जशीट दाखिल हो चुके हैं, इसके बावजूद उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? एक माहौल बनाया गया है कि उसकी गिरफ्तारी पर कोर्ट ने स्टे दिया है, जबकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं है। ऑन रिकॉर्ड उसकी गिरफ्तारी पर रोक का कोई ऑर्डर नहीं है। सैकड़ों लोग सड़कों पर है, फिर भी कार्रवाई न होना हैरानी भरी बात है। हाई कोर्ट ने अधिकारियों को कार्रवाई न करने के लिए फटकार भी लगाई।
सिर्फ अभिषेक बनर्जी ही नहीं, बल्कि ममता बनर्जी भी शेख शाहजहाँ का बचाव कर चुकी हैं। ममता बनर्जी ने कहा था कि संदेशखाली में आरएसएस का बेस है। पश्चिम बंगाल की विधानसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि संदेशखाली में बाहर से आकर बीजेपी के कार्यकर्ता मास्क पहनकर बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वहाँ टारगेट शाहजहाँ शेख था। ED ने सबसे पहले उसे निशाने पर लिया और अब बीजेपी बाहर से लोगों को ला रही है। शाहजहाँ को एक तरह से क्लिनचिट देते हुए ममता ने कहा, “इस मामले में हमने एक्शन लेते हुए एक कमेटी बनाई है।”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में कहा है कि तिल को ताड़ बनाया जा रहा है। वह बोलीं कि कुछ समय पहले संदेशखाली में एक घटना घटी। पहले ईडी की टीम को यहाँ भेजा गया। इसके बाद उनके मित्र भाजपा के लोग यहाँ घुसे। फिर तिल का ताड़ बनाया गया। ममता बनर्जी ने कहा, “मैं अफसरों को भेजूँगी, जिनकी जो शिकायत हो बताएँ। अगर किसी ने कुछ लिया है, तो सब कुछ वापस किया जाएगा।”
इस बीच, टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक्स पर लिखा, “शेख शाहजहाँ को गिरफ्तार किया जाएगा। अभिषेक बनर्जी ने सही कहा है कि ये मामला कोर्ट में था। विपक्ष सिर्फ राजनीतिक फायदा देख रहा था। हाई कोर्ट को शुक्रिया, कि उसने इस मामले में सच्चाई सामने रख दी है और पुलिस को कार्रवाई की अनुमति दी है। शाहजहाँ अगले 7 दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
শেখ শাজাহান গ্রেপ্তার নিয়ে .@abhishekaitc সঠিক বলেছিলেন। আদালতের আইনি জটেই বিষয়টা আটকে ছিল। তার সুযোগে রাজনীতি করছিল বিরোধীরা। আজ হাইকোর্ট সেই জট খুলে পুলিশকে পদক্ষেপে অনুমোদন দেওয়ায় ধন্যবাদ। সাত দিনের মধ্যে শাজাহান গ্রেপ্তার হবে।
— Kunal Ghosh (@KunalGhoshAgain) February 26, 2024
महिलाओं का हल्लाबोल, टीएमसी नेता के घर पर हमला
इस बीच, संदेशखाली के पोलपारा में महिलाओं ने टीएमसी नेता शंकर सरदार के घर पर हमला बोल दिया। उन्होंने उसके घर पर तोड़फोड़ की, जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। शंकर सरकार की पत्नी की शिकायत के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहाँ से हटाया। शंकर सरदार का घर संदेशखाली के पोलपारा गाँव में है। मौके पर पुलिस के साथ ही आरएएफ की भी तैनाती की गई है।
गौरतलब है कि 8 फरवरी 2024 से संदेशखाली में महिलाओं और प्रदर्शनकारियों द्वारा शेख शाहजहाँ पर यौन उत्पीड़न और जमीनों को हड़पने के खिलाफ लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने कहा कि उसे टीएमसी नेता और उनके सहयोगियों के खिलाफ आदिवासी परिवारों से “यौन शोषण और भूमि हड़पने” की 70 शिकायतें मिली हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें अशांत क्षेत्र से लगभग 1,250 शिकायतें मिली हैं, जिनमें 400 भूमि मुद्दों से संबंधित हैं। लेकिन अब तक शेख शाहजहाँ को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है।