Saturday, November 16, 2024
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कॉन्ग्रेस की बदहाली वाले वक़्त में मोदी सरकार के मुरीद हुए खुर्शीद, इस योजना को बताया सबसे सफल

यह पहला वाकया नहीं है कि जब प्रधानमंत्री की तारीफों के पुल बाँधने में कोई कॉन्ग्रेसी सामने आया हो। इससे पहले भी कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर और जयराम रमेश पीएम मोदी को लेकर अपनी राय सार्वजानिक रूपसे पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर जता चुके हैं।

कॉन्ग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने मोदी के कामकाज को लेकर उनकी सरकार की योजनाओं की खूब प्रशंसा की है। कॉन्ग्रेस पार्टी के बदहाली वाले वक़्त में वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने मोदी सरकार की एक योजना पर जमकर तारीफ के पुल बाँधे हैं। उन्होंने कहा है कि भले ही मोदी जी लगातार कॉन्ग्रेस पार्टी की आलोचना करते रहे मगर उनकी पार्टी के नेता दिन-प्रतिदिन प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के कामकाज के तरीके को लेकर उसके मुरीद होते चले जा रहे हैं।

बता दें कि फर्रुखाबाद से सांसद रहे सलमान खुर्शीद ने नरेन्द्र मोदी की आयुष्यमान भारत योजना की जमकर तारीफ की। खुर्शीद बोले कि गरीब और मध्यम आय वर्ग वाले लोगो के लिए यह एक बेहतरीन योजना है। प्रत्येक व्यक्ति को इसका समर्थन करना चाहिए। लखनऊ में वित्त आयोग की 15वीं बैठक के एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुँचे सलमान खुर्शीद ने कहा कि इस योजना में जितना पैसा आवंटित किया गया था उतना अभी तक खर्च होना बाकी है। बता दें कि इससे पहले सलमान खुर्शीद अपनी पार्टी के अध्यक्ष पद पर टिप्पणी के चलते सुर्ख़ियों में आये थे। उन्होंने राहुल गाँधी को अपना नेता बताते हुए अध्यक्ष पद पर उनके बैठने की बात की थी हालाँकि उन्ही की पार्टी के नेताओं ने उनके बयान को खारिज कर दिया था।

पीएम मोदी की किसी विपक्षी द्वारा तारीफ कोई नई बात नहीं है, बताते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली ही कुछ ऐसी है कि अपने विरोधियों को अपना मुरीद बनाने में वे कभी नहीं चूकते। यह कहना गलत नहीं होगा कि पीएम मोदी ने राजनीति में एक ऐसा स्थान हासिल किया है जहाँ राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर उनके कार्यों और भारत को गतिशील बनाए रखने के प्रयासों पर उनकी खूब सराहना होती है। भारत के विपक्षी दलों से लेकर इस्लामिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प तक मोदी के कार्यों का डंका बजता है। बता दें कि यह पहला वाकया नहीं है कि जब प्रधानमंत्री की तारीफों के पुल बाँधने में कोई कॉन्ग्रेसी सामने आया हो। इससे पहले भी कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर और जयराम रमेश पीएम मोदी को लेकर अपनी राय सार्वजानिक रूपसे पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर जता चुके हैं।

अपनी पार्टी की खिसकती राजनीतिक ज़मीन पर नसीहत देते हुए जयराम रमेश ने तो यहाँ तक कह दिया था कि कॉन्ग्रेस अपनी हर हार के लिए पीएम मोदी को ज़िम्मेदार ठहराना बंद करे। वहीं दूसरी और सरकार के कामकाज को लेकर विपक्षी पार्टी होने के बावजूद कई नेता मोदी सरकार के कामकाज से इत्तेफाक रखते हैं इसका प्रमाण तब देखने को मिला जब संसद में अनुच्छेद 370 को लेकर कॉन्ग्रेस पार्टी खुद में ही तय नहीं कर पा रही थी कि कश्मीर में 370 हटाए जाने का समर्थन करना है या विरोध। एक ओर सदन में विपक्षी दल के नेता के तौर पर जहाँ अधीर रंजन चौधरी ने इस बिल का विरोध किया था तो वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश से कॉन्ग्रेस नेता और नई पीढ़ी का चेहरा कहे जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुले-आम इसका समर्थन किया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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