महाराष्ट्र के चॉल जमीन घोटाले (Chawl Land Scam) में शिवसेना नेता संजय राऊत (Shiv Sena Leader Sanjay Raut) ने अपने करीबी प्रवीण राऊत (Pravin Raut) का इस्तेमाल किया। राऊत ने जमीन खरीदने के लिए 3 करोड़ रुपए नकद दिया है।
ED ने खुलासा किया है कि शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत के प्रवीण राऊत से गहरे संबंध हैं। जाँच के दौरान ईडी को पता चला कि संजय राऊत को प्रवीण राऊत से महीने ₹2 लाख मिलते थे। इतना ही नहीं, प्रवीण राऊत ने संजय राऊत और उनके परिवार के ‘घरेलू और विदेशी दौरों’ का भी ध्यान रखा।
ईडी ने अदालत में यह भी बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच के दौरान यह भी पता चला है कि संजय राऊत ने अलीबाग के किहिम में जमीन खरीदने में भारी मात्रा में नकदी का इस्तेमाल किया था और इसकी पुष्टि कुछ विक्रेताओं ने की है।
ईडी ने कहा, “संजय राउत के प्रॉक्सी के रूप में प्रवीण राऊत अनुमति या मंजूरी आदि प्राप्त करने के लिए अधिकारियों के साथ संपर्क करते थे, जो कि 1,039.79 करोड़ रुपए के अपराध की आय का प्राथमिक कारण है।” प्रवीण राऊत के खातों में मिले ₹112 करोड़ में से संजय राऊत और उनके परिवार को ₹1.06 करोड़ दिए जाने का भी पता चला है।
ईडी ने कोर्ट को आगे बताया कि शिवसेना के बड़े और कद्दावर नेता ने विक्रेताओं को किहिम बीच और अलीबाग में स्थित अपनी जमीन बेचने की धमकाया। साथ ही ईडी के सामने गवाही देने वाले गवाहों को भी धमकी दी है।
ईडी ने कहा कि गोरेगाँव के पात्रा चॉल के पुनर्विकास में घोटाले के बाद हुई आय का इस्तेमाल इन जगहों की जमीनों को खरीदने के लिए किया गया था। यह नकदी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशक और मामले के मुख्य आरोपित प्रवीण राउत द्वारा प्रदान किया गया था। इसके अलावा, 10 पार्सल जमीन के विक्रेताओं को संजय राऊत ने 3 करोड़ रुपए नकद भी दिए थे।
बता दें कि शिवसेना नेता संजय राऊत को ईडी ने रविवार और सोमवार (31जुलाई-1 अगस्त 2022) की रात को गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनसे लगभग 14 घंटे तक पूछताछ हुई थी।