वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो ‘आजादी’ के नारे लगा रहे हैं। ये वीडियो राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पास का बताया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है जब एक बच्चा कहता है, “हम क्या चाहते” और उसके पीछे-पीछे खुर्शीद कहते हैं, “आजादी”
Shocking video of Salman Khurshid surfaces from Jamia where a child has been egged on to chant ‘Azadi’ slogans.
— Rahul Upadhyay (@rahulrajnews) February 10, 2020
Can we Please spare kids from poisoning their mind with Anti-India agenda. #CAA_NRCProtests pic.twitter.com/9pC9vn9nKw
बच्चा आगे कहता है – “जोर से बोलो, तुम जेल में डालो” इस पर भी खुर्शीद कहते हैं – आजादी। फिर बच्चा कहता है, ‘तुम गोली मारो’, ‘तुम कुछ भी कर लो’, ‘तुम कैसे ना दोगे’, ‘हम छीन के लेंगे’… इन सबके जवाब में खुर्शीद कहते हैं – ‘आजादी’
The ‘Azadi’ face-off.
— TIMES NOW (@TimesNow) February 10, 2020
Shocking video surfaces from Jamia where a child has been egged on to chant ‘Azadi’ slogans. @INCIndia‘s @salman7khurshid is also seen in the video.
BJP leads an attack on Congress.
Details by TIMES NOW’s Prashant. Listen in. pic.twitter.com/RhLKMhSrZO
हालाँकि कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ से अभी तक इस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन उनके वरिष्ठ नेता का इस तरह से आज़ादी के नारे लगाना पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर जामिया, शाहीन बाग में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में ये नारे आम हैं। इन नारों को लेकर कई बार सवाल भी उठते हैं कि आखिरकार प्रदर्शनकारी आजाद देश में किससे आजादी की बात कर रहे हैं?
ये बेहद शर्मनाक बात है। वो भी ऐसे में जब कुछ दिनों पहले ही शाहीन बाग में प्रदर्शन में जा रहे चार महीने की एक बच्ची की मौत के बाद किसी भी बच्चे को विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं किए जाने पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की बात कही थी। बच्ची की मौत के बाद जेन सदावर्ते नामक 12 वर्षीय बच्ची ने देश के मुख्य न्यायाधीश बोबडे को पत्र लिख कर इस मामले को संज्ञान में लेने की अपील की थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बोबडे ने संज्ञान लिया था।
बता दें कि कुछ महीने पहले जन्मीं उस बच्ची को लेकर उसकी अम्मी जामिया नगर और शाहीन बाग और के सीएए विरोधी प्रदर्शनों में जाती थी। भीषण ठण्ड में भी उस बच्ची और ऐसे कई बच्चे-बच्चियों को उनके परिजन विरोध प्रदर्शन में लेकर सिर्फ़ इसीलिए जाते थे ताकि मीडिया अटेंशन मिले, खासकर इंटरनेशनल मीडिया का।
इससे भी हैरानी की बात है कि बच्ची की मौत के बाद उसकी अम्मी ने कहा था कि उसने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में अपनी बच्ची को कुर्बान कर दिया। जबकि अन्य प्रोटेस्टरों का कहना था कि वो अल्लाह की बच्ची थी और उसे अल्लाह ने ले लिया। ऐसे कई बयान दिए गए, जिससे पता चलता है कि बच्ची मरी नहीं, उसकी ‘हत्या’ की गई। अब कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता का इस तरह से प्रदर्शन में बच्चे का इस्तेमाल करना और आजादी के नारे लगाना कई सवाल खड़े करता है। ट्विटर यूजर्स ने भी इस पर सवाल उठाए और इसे देश के लिए बेहद खतरनाक बताया। एक यूजर ने तो यहाँ तक लिख दिया कि कॉन्ग्रेसी तो हमेशा से ही देश विरोधी रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनका पर्दाफाश हो रहा है।