2019 के आम चुनावों के नतीजे आने के बाद नेटिजन्स ने भले ट्रोल करने के इरादे से स्वरा भास्कर को ‘पनौती’ कहा था। पर लगता है कि 2024 आते-आते गुजरे कल की इस पार्ट टाइम हिरोइन को उन्हीं लोगों ने पनौती मान लिया है, जिसके लिए कभी उन्होंने नए नए साड़ी-ब्लाउज सिलवाकर चिलचिलाती धूप में पसीना बहाने का काम किया था।
2024 आम चुनावों के 5 चरण पूरे हो चुके हैं। 25 मई को छठे और 1 जून को आखिरी चरण का मतदान होना है। 4 जून को नतीजे भी आ जाएंगे। लेकिन इस बार स्वरा भास्कर के सोशल मीडिया हैंडल्स पर पूरी तरह सन्नाटा है। इससे पता चलता है कि अबकी बार उन्हें न तो कोई अपने यहां प्रचार के लिए बुला रहा है, न उनसे समर्थन मांग रहा है।
2019 में उन्होंने जिनके लिए प्रचार किया था अथवा जिनके समर्थन की घोषणा की थी उनमें से कई इस बार भी चुनाव मैदान में हैं। लेकिन पिछली बार के कड़वे अनुभव को देख शायद इनलोगों ने ‘अनारकली ऑफ आरा’ फेम की परछाई से भी खुद को दूर कर रखा है।
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में स्वरा भास्कर ने सीपीआई के उम्मीदवार कन्हैया कुमार के लिए बिहार के बेगूसराय जाकर चुनाव प्रचार किया था। उन्होंने कन्हैया के लिए खूब मेहनत की थी। सिर्फ कन्हैया ही नहीं बल्कि उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के लिए भी प्रचार किया था। इसके अलावा वह राजस्थान भी गईं थी, जहाँ उन्होंने सीपीआई के उम्मीदवार आमारा राम के लिए खूब प्रचार किया था। इसके अलावा उन्होंने आम आदमी पार्टी की आतिशी और राघव चड्ढा को भी समर्थन दिया था।
स्वरा भास्कर ने जिन भी उम्मीदवार का प्रचार किया था, वह सभी चुनाव हार गए थे। इन उम्मीदवारों में से कई दोबारा लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं। कन्हैया कुमार जहाँ पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के राजगढ़ से चुनाव मैदान में हैं। आमारा राम भी सीकर में चुनाव लड़ रहे हैं। लगता है इनमें से किसी ने भी उनको इस बार नहीं पूछा है। किसी ने ना उसने रोड शो करवाया है ना ही रैली।
स्वरा भास्कर चुनावी मैदान के अलावा सोशल मीडिया पर भी शांत हैं। ऑपइंडिया ने जब उनका सोशल मीडिया खंगाला तो पाया कि फेसबुक पर उनकी आखिरी पोस्ट 16 फरवरी, 2024 को की है। उन्होंने यह पोस्ट अपने निकाह के एक साल पूरे होने पर थी। उन्होंने फरवरी, 2023 में फहद अहमद से निकाह किया था और सितम्बर 2023 में उनके एक बच्ची का जन्म हुआ था। फेसबुक के अलावा जब स्वरा भास्कर का ट्विटर खंगाला गया तो भी यह साफ़ हुआ कि वह इस बार एकदम निष्क्रिय हैं।
वह मात्र दूसरों के ट्वीट रीट्वीट कर रही हैं, इनमें भी किसी उम्मीदवार के समर्थन में ट्वीट नहीं बल्कि अधिकांश गाजा-फिलिस्तीन को लेकर हैं। कुछ रीट्वीट लोकसभा चुनाव को लेकर हैं। वह स्वयं कुछ नहीं लिख रहीं। इसी तरह उनके इन्स्टाग्राम पर चुनावों को लेकर सन्नाटा है, उन्होंने राजनीति से जुड़ा आखिरी पोस्ट 17 मार्च, 2024 को किया है जो राहुल गाँधी की न्याय यात्रा को लेकर था। इसके बाद से उन्होंने चुनाव को लेकर कोई पोस्ट नहीं डाला है।
स्वरा भास्कर के अलावा JNU की छात्रनेता शेहला रशीद ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव में काफी पसीना बहाया था। वह भी अब 2024 लोकसभा चुनावों से दूर हैं। अब वह कभी श्रीनगर में लग्जरी गाड़ियाँ चलाते हुए वीडियो डालती हैं तो कभी खूबसूरत वादियों में घूमते हुए दिखती हैं।