Saturday, July 27, 2024
Homeराजनीति'तेज रफ़्तार, तेजस्वी सरकार': धीमी रह गई लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप की...

‘तेज रफ़्तार, तेजस्वी सरकार’: धीमी रह गई लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप की कार, छूट गई ट्रेन

तेजस्वी के लिए तेज प्रताप ने एक नारा दिया है- 'तेज़ रफ़्तार, तेजस्वी सरकार'। लेकिन, इसके लिए आयोजित कार्यक्रम में वो नहीं पहुँच सके। उन्हें जनहित एक्सप्रेस से सहरसा जाना था, लेकिन समय से स्टेशन नहीं पहुँचने के कारण वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।

बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होने के साथ ही राजद कैम्प में हलचल शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के दोनों पुत्रों बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे के तेजस्वी यादव बीच अनबन की ख़बरें लगातार आ रही थी। लेकिन कुछ दिनों पहले तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया। इसके बाद लालू परिवार में सबकुछ ठीक-ठाक होने के कयास लगाए जाने लगे।

तेजस्वी के लिए तेज प्रताप ने एक नारा भी दिया है- ‘तेज़ रफ़्तार, तेजस्वी सरकार’। लेकिन, इसके लिए आयोजित कार्यक्रम में वे नहीं पहुँच सके। ‘तेज़ रफ़्तार, तेजस्वी सरकार’ कार्यक्रम में जाते समय उनकी कार की रफ़्तार धीमी रह गई और तेज प्रताप की ट्रेन छूट गई। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को पाटलिपुत्र स्टेशन से जनहित एक्सप्रेस से सहरसा जाना था, लेकिन वो समय से स्टेशन नहीं पहुँच सके और कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।

सहरसा स्टेशन पर तेज प्रताप यादव के समर्थक काफी संख्या में जुटे थे और अपने नेता का इन्तजार कर रहे थे। जब उन्हें सूचना मिली कि उनके नेता की ट्रेन छूट गई है तो वे मायूस होकर लौट गए। इसके बाद तेज प्रताप सड़क के रास्ते ही निकल गए। ताज़ा सूचना के अनुसार, वो दरभंगा पहुँचे हुए थे और रास्ते में लोगों से मिलते चल रहे थे। विभिन्न हिन्दू देवी-देवताओं के गेट-अप के लिए चर्चा में रहने वाले तेज प्रताप यादव का राजद के एक ख़ास समर्थक वर्ग में बड़ा क्रेज है।

जहाँ तक बिहार विधानसभा चुनाव की बात है, कई विपक्षी दलों की माँग है कि वरिष्ठ नेता शरद यादव के नेतृत्व में समूचे विपक्ष को चुनाव में उतरना चाहिए लेकिन राजद इसके लिए तैयार नहीं है। जीतन राम माँझी, मुकेश साहनी और उपेंद्र कुशवाहा इस बात पर अड़े हैं कि शरद यादव को संयुक्त विपक्ष का मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा घोषित किया जाए। इन तीनों नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के साथ बैठक भी की थी, जिसमें कॉन्ग्रेस और राजद को आमंत्रित नहीं किया गया था।

तेजस्वी यादव: शेर का बेटा हूँ; सुप्रीम कोर्ट: लालू चोर है; बिहारी: ये लेख पढ़ लो

NRC पर RJD में भी फूट: मुस्लिम विधायक ने कहा- पता नहीं रैली क्यों निकाल रहे तेजस्वी

’44 AC, 108 पंखे, 464 फैंसी लाइट्स, 35 क़ीमती सोफे: तेजस्वी ने सरकारी फंड से बंगले पर ख़र्च किए करोड़ों’

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

अग्निवीरों को पुलिस एवं अन्य सेवाओं की भर्ती में देंगे आरक्षण: CM योगी ने की घोषणा, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सरकारों ने भी रिजर्वेशन...

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी और एमपी एवं छत्तीसगढ़ की सरकार ने अग्निवीरों को राज्य पुलिस भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -