बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) को लेकर सरगर्मियाँ ज़ोरों पर हैं और ओपिनियन पोल्स (Opinion Polls) का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में सोमवार (अक्टूबर 26, 2020) को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहाकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट कर तेजस्वी पर तंज कसा है।
तेजस्वी यादव का बिना नाम लिखे शलभ मणि ने उनकी शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाया है। शलभ मणि त्रिपाठी ने लिखा, “दो दो धनाढ्य मुख्यमंत्रियों की संतान होते हुए भी जो आज तक खुद मैट्रिक तक पास नहीं कर पाए, वे युवाओं को पढ़ाने, बढ़ाने और रोजगार तक का फॉर्मूला बता रहे, गजब है !!”
दो दो धनाढ्य मुख्यमंत्रियों की संतान होते हुए भी जो आज तक खुद मैट्रिक तक पास नहीं कर पाए, वे युवाओं को पढाने, बढाने और रोजगार तक का फार्मूला बता रहे, गजब है !!
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) October 26, 2020
बता दें कि तेजस्वी ने वादा किया है कि अगर उनकी सरकार आई तो वह पहली कैबिनेट बैठक में ही दस लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसले पर साइन करेंगे। वह अपने हर भाषण में इस बात का जिक्र करते हैं। वह अपनी रैलियाें में शिक्षा, बेरोजगारी, स्कूल और पढ़ाई जैसे मुद्दे जोर-शोर से उठा रहे हैं। शलभ मणि का यह ट्वीट इसी का जवाब है।
रोज़गार तो बहाना है, फिर ‘बाबूजी’ जैसा नक्सलवाद ही फैलाना है !! pic.twitter.com/dfhAPPd7FG
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) October 26, 2020
इसके अलावा उन्होंने तेजस्वी के भाषण के वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा शेयर करते हुए लिखा था, “रोज़गार तो बहाना है, फिर ‘बाबूजी’ जैसा नक्सलवाद ही फैलाना है!!”
ये है तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का सच!
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 26, 2020
300-500 रुपए, खाना पीना और बाइक के लिए तेल का वादा करके लोगों को बुलाया जा रहा है।
लेकिन दिया कुछ भी नहीं… ग़ुस्साए लोगों ने कहा, 500 रुपए देकर 5 साल राज करना चाहता है तेजस्वी।
वोट मोदी को ही देंगे, जिन्होंने सड़कें दीं, बिजली दी। pic.twitter.com/t8HNcyeRjK
शलभ मणि त्रिपाठी ने बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, “ये है तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का सच। 300-500 रुपए, खाना पीना और बाइक के लिए तेल का वादा करके लोगों को बुलाया जा रहा है। लेकिन दिया कुछ भी नहीं… गुस्साए लोगों ने कहा, 500 रुपए देकर 5 साल राज करना चाहता है तेजस्वी। वोट मोदी को ही देंगे, जिन्होंने सड़कें दीं, बिजली दी।” ये बातें उन्होंने वीडियो में बोल रहे एक जनता के हवाले से लिखा था।
दरअसल तेजस्वी ने जब चुनावी रैली में 10 लाख नौकरियाँ देने का वादा किया तो विरोधियों ने उनकी आलोचना यही कहकर की कि ‘वो क्या नौकरी देंगे, जिन्होंने कभी खुद कोई नौकरी नहीं की’। इससे पहले भी, कम शिक्षित होने के लिए तेजस्वी पर कटाक्ष किए गए हैं। कक्षा 9 में ही स्कूल छोड़ देने वाले तेजस्वी ने जब उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी, तब भी उनके खिलाफ यही मुद्दा उठा था। लेकिन उनके समर्थकों का जवाब था कि खिलाड़ी खेल के लिए अकादमिक शिक्षा छोड़ते रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अप्रत्यक्ष रूप से लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि राजद की सरकार ने गरीबों का राशन तो खाया साथ ही गाय और भैंस का चारा भी खा लिया। यूपी सीएम ने इस दौरान बताया कि कैसे उनकी सरकार ने पाकिस्तान के घर में घुसकर भी मारा और भगवान राम का मंदिर भी बनवा दिया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान राजद और कॉन्ग्रेस पर खूब तंज कसे और कहा था कि उन्होंने शासन लंबे समय तक किया लेकिन उनका एजेंडा कुछ नहीं था।