अपने कथित कॉमेडी शो में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए कुख्यात कथित कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के हैदराबाद में शो के आयोजन को लेकर भाजपा नेताओं ने कड़ी चेतावनी दी है। तेलंगाना के भाजपा अध्यक्ष बांदी संजय कुमार ने कहा फारूकी का शो शहर में आयोजित नहीं करने दिया जाएगा। गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य में मंत्री केटी रामाराव ने खुद को अति सहिष्णु बताते हुए फारूकी को शहर में शो आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया था।
हैदराबाद में शनिवार (25 सितंबर) को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की एक बैठक को संबोधित करते हुए कुमार ने केटी रामाराव की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के कारण जब कई राज्य फारूकी के विवादास्पद शो को आयोजित करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं, ऐसे में राज्य के मंत्री उन्हें शहर में शो आयोजित करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
9 जनवरी 2022 को हैदराबाद में निर्धारित फारूकी के शो को लेकर कुमार ने कहा, “जिस व्यक्ति को लगता है कि वह सच्चा हिंदू है, उसका बेटा और मंत्री, सभी नास्तिक हैं। मुनव्वर फारूकी ने अपने शो में दुर्गा, सीता, राम, रामायण और भगवद्गीता का अपमान किया है और ये लोग यहाँ उनका स्वागत कर रहे हैं। हम समझ सकते हैं कि किस तरह के लोग राज्य चला रहे हैं।”
इसके पहले शुक्रवार (24 अक्टूबर) को तेलंगाना के निजामाबाद से भाजपा सासंद अरविंद धर्मपुरी ने भी शो को आयोजित नहीं होने देने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा, “क्या आप जानते हैं कि मुनव्वर फारूकी कौन है? उसने देवी सीता पर मजाक उड़ाया है, जिनकी पूजा बहुसंख्यक हिंदू करते हैं। कर्नाटक जैसे राज्य ने उस पर (फारूकी पर) प्रतिबंध लगाया है, वहीं केटीआर ने कॉमेडी करने के लिए तेलंगाना में उसका स्वागत किया है। क्या इस बाप-बेटे के लिए हिंदू समाज हास्य बन गया है?”
दरअसल, मुनव्वर फारूकी और कुणाल कामरा के बेंगलुरु में शो रद्द होने बाद रामाराव (केटीआर) ने उन्हें हैदराबाद में आकर शो करने का निमंत्रण दिया था। केटीआर ने कहा था, “हम हैदराबाद में सभी कॉमेडियन्स का स्वागत करते हैं। वे यहाँ आकर परफॉर्मेंस दे सकते हैं। शो कर सकते हैं। राज्य सरकार बहुत सहिष्णु (very tolerant) है।” उन्होंने यह बात 17 दिसंबर को कही थी।
एक वीडियो में केटीआर को कह रहे हैं, “हम मुनव्वर फारूकी और कुणाल कामरा के शो सिर्फ इसलिए रद्द नहीं करते हैं, क्योंकि हम उनके साथ राजनीतिक रूप से जुड़े हुए नहीं हैं। इसलिए, हमारा हैदराबाद शहर, जो सभी संस्कृतियों का स्वागत करता है, आलोचनाओं का स्वागत करता है। आप यहाँ आ सकते हैं, सरकार की आलोचना कर सकते हैं। सच कहूँ तो हमें विपक्ष से हर रोज अपनी आलोचनाएँ सुननी पड़ती हैं, लेकिन टीआरएस सरकार विपक्ष के प्रति बहुत सहिष्णु है।”