प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को लाल किला की प्राचीर से राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए ‘आत्मनिर्भर भारत‘ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत हुई है। कोरोना के समय में हमने देख लिया है कि डिजिटल भारत अभियान की क्या भूमिका रही है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले महीने ही करीब-करीब 3 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन अकेले BHIM UPI से हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत साइबर सुरक्षा के मामले में सचेत और सतर्क है। इन खतरों का सामना करने के लिए नई व्यवस्थाएं लगातार विकसित कर रहा है। देश में नई राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा रणनीति का मसौदा तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा अनुभव कहता है कि भारत में महिला शक्ति को जब-जब भी अवसर मिले, उन्होंने देश का नाम रोशन किया, देश को मजबूती दी है।
राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में महिलाएँ अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं। उन्होंने बताया कि देश के जो 40 करोड़ जन-धन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के ही हैं। कोरोना के समय में अप्रैल-मई-जून, इन तीन महीनों में महिलाओं के खातों में करीब-करीब 30 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जब कोरोना शुरू हुआ था तब हमारे देश में कोरोना टेस्टिंग के लिए सिर्फ एक लैब थी, जबकि आज देश में 1400 से ज्यादा Labs हैं। उन्होंने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। पीएम ने विश्वास जताया कि नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा।
In building a self-reliant India,
— BJP (@BJP4India) August 15, 2020
In the making of modern India,
In building a new India,
In building prosperous India,
Education of the country plays very important role. #AatmaNirbharBharat pic.twitter.com/PvKYbkabgT
बकौल पीएम मोदी, लोगों के हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, उनकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक Health ID में समाहित होगी। उन्होंने बताया कि इस समय भारत में कोरोना की तीन वैक्सीन टेस्टिंग चरण में हैं। वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलते ही देश में बड़े पैमाने पर इन वैक्सीन के प्रोडक्शन की तैयारी भी पूरी कर ली गई है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में अलग-अलग जगहों पर विकास की तस्वीर अलग-अलग दिखती है। कुछ क्षेत्र बहुत आगे हैं, कुछ क्षेत्र बहुत पीछे। कुछ जिले बहुत आगे हैं, कुछ जिले बहुत पीछे। ये असंतुलित विकास आत्मनिर्भर भारत के सामने बहुत बड़ी चुनौती है। जम्मू-कश्मीर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कहा:
“ये एक साल जम्मू-कश्मीर की एक नई विकास यात्रा का साल है। ये एक साल जम्मू-कश्मीर में महिलाओं, दलितों को मिले अधिकारों का साल है! ये जम्मू-कश्मीर में शरणार्थियों के गरिमापूर्ण जीवन का भी एक साल है। लोकतंत्र की सच्ची ताकत स्थानीय इकाइयों में है। हम सभी के लिए गर्व की बात है कि जम्मू-कश्मीर में स्थानीय इकाइयों के जनप्रतिनिधि सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ विकास के नए युग को आगे बढ़ा रहे हैं। बीते वर्ष लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर, वहाँ के लोगों की बरसों पुरानी माँग को पूरा किया गया है। हिमालय की ऊँचाइयों में बसा लद्दाख आज विकास की नई ऊँचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ रहा है।“
From LOC to LAC, Indian Armed Forces have taught unforgettable lessons to our neighbours who dared to misadventure. They have been responded to in the language they understand. India stands committed to defeat forces that aid and abet terrorism & expansionism. #AatmaNirbharBharat pic.twitter.com/WMfx9k2blp
— BJP (@BJP4India) August 15, 2020
स्वतंत्रता दिवस 2020 पर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किला से देश को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से सिक्कम ने ऑर्गैनिक स्टेट के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए, इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है। पीएम ने कहा कि दक्षिण एशिया में दुनिया की एक चौथाई जनसंख्या रहती है। हम सहयोग और सहभागिता से इतनी बड़ी जनसंख्या के विकास और समृद्धि की अनगिनत संभावनाएँ पैदा कर सकते हैं। इस क्षेत्र के देशों के सभी नेताओं की इस विशाल जन समूह के विकास और प्रगति की ओर एक अहम जिम्मेदारी है।
उन्होंने जानकारी दी कि देश के 100 चुने हुए शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए एक holistic approach के साथ एक विशेष अभियान पर भी काम हो रहा है। साथ ही बताया कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे जमीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं। बकौल पीएम, 21वीं सदी के इस दशक में अब भारत को नई नीति और नई रीति के साथ ही आगे बढ़ना होगा। अब साधारण से काम नहीं चलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में 1300 से ज्यादा द्वीप हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा द्वीपों को, उनकी भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, देश के विकास में उनके महत्व को ध्यान में रखते हुए, नई विकास योजनाएँ शुरू करने पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 1000 दिन में, लक्षद्वीप को भी सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब NCC का विस्तार देश के 173 सीमाओं और समुद्री सीमा वाले जिलों तक सुनिश्चित किया जाएगा।
स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस अभियान के तहत करीब 1 लाख नए NCC कैडेट्स को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें भी करीब एक तिहाई बेटियों को ये स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है। इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है।
पीएम ने कहा कि कहा कि विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र भी पीछे रह गए हैं। ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहाँ पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें। उन्होंने जानकारी दी कि वोकल फॉर लोकल, Re-Skill और Up-Skill का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा।
पीएम ने कहा कि मेरा हिंदुस्तान की सोच-अप्रोच पर भरोसा है। इतिहास गवाह है कि भारत एक बार ठान लेता है तो उसे करके रहता है। उन्होंने कहा कि भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए देश के Overall Infrastructure Development को एक नई दिशा देने की जरूरत है। इसके लिए ‘National Infrastructure Pipeline Project’ की घोषणा की गई।