Tuesday, July 8, 2025
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कोलकाता में लोगों को धमका कर TMC लगा रही है अपनी पार्टी के झंडे

केंद्र सरकार पर हर दूसरे दिन लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शायद स्वयं लोकतंत्र की परिभाषा पढ़नी चाहिए।

‘बंगाल का मतलब बिज़नेस’ के होर्डिंग्स से कोलकाता की लगभग हर गली, मोहल्ला और सड़क छप गई है। लेकिन, ये किसके बिज़नेस की बात हो रही है, ये शायद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जरूर पूछा जाना चाहिए क्योंकि TMC कार्यकर्ता जिस तरह से वहाँ पर रहने वाले लोगों को चुनाव के दौरान डराते और धमकाते हुए नजर आ रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि ये बिज़नेस सिर्फ ममता बनर्जी की तानाशाही का है।

कोलकाता के कस्बा में एक पॉश एरिया में The Belgian Waffle Co. Kasba नाम से रेस्टोरेंट चलाने वाली रिद्धिमा खन्ना वासा ने TMC की गुंडागिर्दी पर ऑपइंडिया को बताया कि TMC चुनाव से पहले कस्बा के पूरे बाजार की हर दुकान पर अपनी पार्टी के झंडे लगाने के लिए लोगों को मजबूर कर रही है और विरोध करने पर उन्हें डराया, धमकाया जा रहा है। रिद्धिमा ने बताया कि पुलिस और प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है और उन्हें चुप रहने की सलाह दी जा रही है।

रिद्धिमा का कहना है कि वो एक निजी बिज़नेस चलाती है और किसी भी राजनीतिक दल से अपने बिज़नेस को नहीं जोड़ना चाहती है। साथ ही, उन्होंने कहा कि कोलकाता में इस प्रकार की गुंडागिर्दी के कारण ही लोग वहाँ पर बिज़नेस नहीं करना चाहते हैं। लेकिन चुनाव से पहले TMC हमेशा की तरह अपनी तानाशाही का परिचय देते हुए हर दुकान और स्टोर के बाहर अपनी पार्टी के झंडे लगा रही है।

रिद्धिमा खन्ना ने अपनी बात सुने न जाने से निराश होकर फेसबुक पर लिखा है, “कस्बा में मेरे स्टोर को चुनावों से पहले TMC के झंडे लगाने के लिए कहा गया है। हमने स्थानीय पार्टी के प्रतिनिधि को बताया कि यह एक निजी व्यवसाय है, इसलिए हम किसी भी राजनीतिक दल के साथ खुद को नहीं जोड़ना चाहते हैं, तो हमें इसका अंजाम भुगतने की धमकी दी गई। यहाँ चुनाव एक आम आदमी के दिल में डर पैदा कर देता है, और कई अन्य परेशानियों से हमें जूझना होता है। कोई आश्चर्य नहीं कि लोग अब इस शहर में नहीं रहना चाहते हैं। इस तरह से कोलकाता में कोई व्यवसाय किस तरह से बढ़ेगा? फिर कोई बड़ी फ्रेंचाइजी कोलकाता क्यों आएगी? बंगाल का अर्थ व्यापार नहीं, बल्कि बंगाल का अर्थ है बिज़नेस का दमन है।”

इसके साथ ही रिद्धिमा खन्ना को यह भी डर है कि उन्हें TMC की गुंडागिर्दी के खिलाफ आवाज उठाने के कारण अब परेशान भी किया जाएगा। केंद्र सरकार पर हर दूसरे दिन लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शायद स्वयं लोकतंत्र की परिभाषा पढ़नी चाहिए। रिद्धिमा के पोस्ट को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है लेकिन स्थानीय पुलिस और पार्टी ने भी TMC की इस मनमानी पर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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