TMC के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी ने आज (16 अक्टूबर, 2020) विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। बुधवार शाम को बंगाल विधानसभा पहुँचे शुभेंदु अधिकारी ने स्पीकर के ना होने पर सचिवालय को अपना इस्तीफा सौंपा दिया। खबरों के अनुसार, अधिकारी जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। शुभेंदु का यह इस्तीफा आने वाले पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ममता सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
#UPDATE: TMC leader Suvendu Adhikari tenders his resignation from the membership of West Bengal Legislative Assembly. https://t.co/R8LU5ERFGW
— ANI (@ANI) December 16, 2020
बता दें अधिकारी पिछले कुछ समय से ममता सरकार से खफा चल रहे हैं। वह परिवहन मंत्री के पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं अब उन्होंने विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी है। वहीं भाजपा ने शुभेंदु अधिकारी के इस फैसले का स्वागत किया है।
शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे पर बीजेपी महासचिव मुकुल रॉय ने आज कहा, “जिस दिन शुभेन्दु अधिकारी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, मैंने कहा था कि अगर वह टीएमसी छोड़ देंगे तो मुझे खुशी होगी और हम उनका स्वागत करेंगे। आज उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और मैं उनके फैसले का स्वागत करता हूँ।”
Trinamool Congress (TMC) is collapsing like a house of cards. Everyday someone from the party comes to us to join our party: BJP Vice President Mukul Roy. https://t.co/CPo2MIIywi
— ANI (@ANI) December 16, 2020
भाजपा नेता मुकुल रॉय ने कहा, ”तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) ताश के पत्तों की तरह ढह रही है। पार्टी (टीएमसी) से रोज कोई न कोई हमारी पार्टी में शामिल होने के लिए आता है।”
गौरतलब है कि इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे। रिपोर्ट्स का कहना है कि इस सप्ताह वो अपने राजनीतिक भविष्य की अटकलों पर विराम लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होंगे।
News 18’ से बातचीत करते हुए भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने कहा था, “शुभेंदु अधिकारी पर फैसला हो गया है। 2 या 4 दिन में पार्टी में शामिल होंगे। सारी बातें लगभग हो चुकी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कितना भी दौरा कर लें, लेकिन वह और टीएमसी जीतेगी नहीं। सीएम कितना भी प्रचार करें, नतीजा जीरो ही रहने वाला है। ये छूटने की कोशिश है, दौरा नहीं है।”
वहीं इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने स्थानीय और बाहरी लोगों के संबंध में चल रही बहस को लेकर तृणमूल कॉन्ग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को बाहरी नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि वह पहले भारतीय हैं और फिर बंगाली हैं। उन्होंने तृणमूल कॉन्ग्रेस नेतृत्व की भी आलोचना करते हुए कहा था कि वह लोगों की अपेक्षा पार्टी को अधिक महत्व दे रहा है।