पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा (Tripura) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले चौंकाने वाला कदम उठाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब देब (Biplab Deb) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार (14 मई 2022) को उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल सत्यदेब मारायण आर्य को भेजा। उससे पहले वो गुरुवार को दिल्ली के दौरे पर थे और आज ही वापस त्रिपुरा गए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, गवर्नर से मिलकर इस्तीफा देने के बाद बिप्लब देब ने कहा कि पार्टी चाहती है कि वो संगठन को मजबूत करने पर काम करें। इससे गुरुवार को वो दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के लिए आए थे। इस बीच खबर ये है कि राज्य के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा राज्य के अंतरिम मुख्यमंत्री का प्रभार संभाल सकते हैं। जिष्णु देव वर्मा त्रिपुरा के राज परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
हालाँकि, अफवाहें तो ऐसी भी उड़ाई जा रही हैं कि पार्टी के अंदर कलह की स्थिति बनी हुई है। वहीं बिप्लब देब के मंत्रिमंडल के एक मंत्री ने कहा, “हमें आश्चर्य हुआ है। पता नहीं किस बात ने उन्हें इसके लिए प्रेरित किया। लेकिन जाहिर तौर पर उनकी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा हुई थी। पार्टी की कुछ योजनाएँ हो सकती हैं और हमें विश्वास है कि यह पार्टी केज्य लिए अच्छा होगा।”
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, राज्य में नए सीएम के चयन को लेकर शनिवार शाम को 5 बजे विधायक दल की बैठक होगी। इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों के मुताबिक, “निवर्तमान मुख्यमंत्री को पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में लगाया जाएगा। हमारे पास एक नया सीएम होगा।” उल्लेखनीय है कि राज्य के नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। राज्य में अगले साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अभी से भाजपा ने रणनीतियाँ तैयार करना शुरू कर दिया है।