महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार (1 मई 2022) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाला साहेब ठाकरे से जुड़ा एक किस्सा बताया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा गोधरा दंगों के बाद लाल कृष्ण आडवाणी ने मुंबई में आकर गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल किए थे और उस समय बाला साहेब ने लाल कृष्ण आडवाणी को नरेंद्र मोदी की कीमत बताई थी।
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, “गोधरा दंगों के बाद ‘मोदी हटाओ’ अभियान चला था। आडवाणी एक रैली के लिए मुंबई आए थे। उस समय उन्होंने बालासाहेब से पूछा कि आपको क्या लगता है कि मोदी को हटाना चाहिए। इसे सुन बालासाहेब ने कहा था ‘उसे मत छूना। मोदी गया तो गुजरात गया’।” सीएम ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरे संबंध अभी भी पीएम मोदी से है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि गठबंधन होगा।”
मनसे पर सीएम ठाकरे ने साधा निशाना
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इस समय लाउडस्पीकर विवाद के कारण शिवसेना चारों ओर से घिरी हुई है। ऐसे में उन्होंने पीएम मोदी से जुड़ा किस्सा उसी दौरान साझा किया जब वो इस लाउडस्पीकर वाले मुद्दे पर जवाब दे रहे थे। राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर को लेकर जो अभियान चलाया जा रहा है उसे लेकर सीएम ठाकरे ने कहा,
“कुछ लोग हैं जो झंडे बदलते रहते हैं। पहले वे गैर-मराठी लोगों पर हमला करने की कोशिश करते थे। अब वे गैर-हिंदुओं पर हमला कर रहे हैं। मार्केटिंग का जमाना है। ये भी नहीं चला तो कुछ और। सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकर पर आदेश दिया है। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने किसी एक धर्म के बारे में कहा है। दिशानिर्देश सभी धर्मों के लिए हैं।”
केंद्रीय एजेंसियों पर CM ठाकरे ने निकाला गुस्सा
इस बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई पर एक बार फिर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों को जैसे बंगाल जाने से डर लगता है वैसे ही दूसरे राज्यों में भी ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी सरकार की ओर से राजनीतिक बदला ले रहे हैं। केंद्र सरकार को राजनीतिक लाभ के लिए इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए। पीएम पूरे देश के लिए हैं।
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने उस समय केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर एक बार फिर सवाल किए जब एक माह पहले महाराष्ट्र सीएम के साले श्रीधर पाटनकर की करोड़ों की संपत्ति को मनी लॉन्ड्रिंग मामले की कार्रवाई में जब्त किया गया था। इस दौरान ईडी ने ठाणे के नीलांबरी परियोजना में बने 11 आवासीय फ्लैट्स को सीज किया था, जिसकी कीमत करीब 6.45 करोड़ रुपए बताई गई थी।