उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व राज्य सचिव हरवीर सिंह प्रजापति ने गुरुवार (अगस्त 20, 2020) को जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। सपा नेता ने आत्महत्या से पहले फेसबुक पर पोस्ट भी डाला। पोस्ट में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पौत्र व सपा के पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। तेज प्रताप बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद भी हैं।
पोस्ट में हरवीर ने तेज प्रताप यादव, राजेश खटीक और विश्वनाथ प्रजापति को आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा कि तेज प्रताप उन्हें पिछले 2 हफ्तों से मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। प्रजापति के मुताबिक, तेज प्रताप उन पर दबाव बना रहे हैं कि वह समाजवादी पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएँ। इतना ही नहीं, प्रजापति का आरोप है कि यादव उन्हें धमकाते हैं कि अगर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया तो वह उस पर झूठा रेप केस कर देंगे।
प्रजापति ने यह भी बताया है कि उनके बच्चों को भी जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके अलावा गायत्री प्रजापति जैसे मामले में फँसाने के लिए उनके फोन से दो लड़कियों को वीडियो कॉल करके उनकी फोटो और वीडियो भी रिकॉर्ड की गई है।
प्रजापति के अनुसार, इन लड़कियों को पैसे देकर उन्हें परेशान करवाया गया, क्योंकि तेज प्रताप यादव और विश्वनाथ प्रजापति ऐसा चाहते हैं। प्रजापति ने इस पोस्ट में लिखा है कि वह अब अपने परिवार के सामने जाने में बहुत शर्म महसूस करते हैं, इसलिए अपने जीवन को समाप्त कर रहे हैं।
बता दें, हरवीर सिंह के इस पोस्ट को जैसे ही उनके परिजनों ने देखा, वह फौरन उन्हें बचाने गए। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अब वह फिलहाल खतरे से बाहर हैं। इस घटना के बाद हरवीर सिंह को समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया है। एक प्रेस रिलीज जारी करके यह सूचना सार्वजनिक की गई।
प्रेस रिलीज में पार्टी के जिलाध्यक्ष ने लिखा कि तेज प्रताप सिंह यादव पर गंभीर टिप्पणी करने के आरोप में हरवीर सिंह को पार्टी में जिला सचिव पद से हटा दिया गया है। इस रिलीज में हरवीर सिंह के आरोपों को अनुशासनहीनता करार दिया गया। साथ ही कहा गया कि उन्होंने ये आरोप बिना किसी सबूत के लगाए हैं।