उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Polls) के मद्देनजर जारी सियासी खींचतान के बीच कॉन्ग्रेस की अंदरूनी सिरफुटौवल सामने आ गई है। उत्तराखंड की लालकुआँ विधानसभा सीट से कॉन्ग्रेस (Congress) ने पहले संध्या डालाकोटी (Sandhya Dalakoti) को टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनसे छीनकर कॉन्ग्रेस के कद्दावर नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) को दिया। हरीश रावत ने लालकुआँ सीट से अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। अब संध्या ने मैदान में बने रहने की बात कही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक, संध्या डालाकोटी ने कहा कि वो आज शुक्रवार (28 जनवरी 2022) को अपना नामांकन दाखिल करने के लिए जा रही हैं। उन्होंने कहा, “लालकुआँ विधानसभा क्षेत्र की 66,000 महिलाओं और 70,000 युवाओं के दम पर मैं ये नामांकन दाखिल कर रही हूँ। बेटी दिवस के दिन कॉन्ग्रेस पार्टी ने मुझे यहाँ से टिकट दिया था, लेकिन दो दिन बाद 26 जनवरी की रात 7 बजे मेरा टिकट काट दिया गया।”
कॉन्ग्रेस ने संध्या डालाकोटी का टिकट काटकर पूर्व सीएम हरीश रावत को रामनगर से हटाकर लालकुआं से प्रत्याशी बना दिया है। जिसके बाद संध्या डालाकोटी ने मोर्चा खोल दिया है।#UttarakhandElections #Congress pic.twitter.com/HdbMUghqDT
— Ravi Agrahari (@Ravibhu09) January 28, 2022
संध्या डालाकोटी ने जनता से वादा किया अगर वो इस विधानसभा से चुनाव जीतती हैं तो वो जनता के कल्याण के लिए कार्य करेंगी। हालाँकि, टिकट कटने पर नाराजगी के बीच संध्या से हरीश रावत ने गुरुवार (27 जनवरी 2022) को मुलाकात की थी। हरीश रावत उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले संध्या डालाकोटी ने लालकुआ के नाम खुला पत्र लिखते हुए कहा था कि उन्होंने कॉन्ग्रेस के एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में 12-12 बजे तक काम किया। कोरोना में लोगों को हजारों पैकेट बाँटे। एक आपदा पीड़ित को अपनी जमीन भी दी थी, लेकिन हरीश दुर्गापाल और हरीश रावत ने उनका अपमान किया। संध्या ने यह भी कहा कि ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ का नारा देने वाली पार्टी ने मेरा अपमान किया। उन्होंने कॉन्ग्रेस से सवाल किया कि उनके सेवा भाव में आखिर क्या कमी रह गई थी, जिसके चलते उनके साथ ऐसा किया गया।