यूक्रेन (Ukraine) में MBBS की पढ़ाई करने वाली यूपी में ग्राम प्रधान वैशाली यादव (Vaishali Yadav) भारत पहुँचते ही प्रशासनिक कार्रवाई की जद में आ गई हैं। दरअसल ग्राम प्रधान बनने के बाद वैशाली बिना सूचना दिए विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं। इसको लेकर उनके खिलाफ अधिकारियों ने जाँच शुरू कर दी है। हरदोई के पंचायती राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने ADO पंचायत को प्राथमिकता के आधार पर मामले की जाँच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
प्रधान बनने के बाद चली गईं थी यूक्रेन, अब होगी कार्रवाई
गिरीश चंद्र ने कहा, “हरदोई के ग्राम तेरा पुरसौली की प्रधान वैशाली यादव अपनी ड्यूटी से नदारद हैं। पता चला है कि वह यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई करने गई हैं। हमने ADO पंचायत से रिपोर्ट माँगी है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
Vaishali Yadav head of Hardoi’s village Tera Pursauli is absent from her duties. It has come to light that she has gone for studying MBBS in Ukraine. We’ve asked ADO panchayat for the report and accordingly, action will be taken: Girish Chandra, Panchayat Raj Officer, Hardoi, UP pic.twitter.com/o2HEY1e29S
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 4, 2022
इधर वैशाली ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए News18 से कहा, “पिछले दिनों जब मैं यूक्रेन में फँसी हुई थी तो मैंने मदद के लिए एक वीडियो बनाया था। इस पर लोगों ने मुझे बहुत ट्रोल किया, उसे राजनीति से जोड़ दिया। मैं ये वीडियो सिर्फ ये बताने के लिए बना रही हूँ कि मैं सुरक्षित हूँ, अपने घर वापस आ गई हूँ। और मुझ पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसको मैं तब क्लियर कर दूँगी, जब अधिकारी मेरे यहाँ नोटिस भेजेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत सरकार का नारा है- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तो अगर बेटी पढ़ रही है तो लोग उस पर इतना ऑब्जेक्शन क्यों कर रहे हैं? आजकल तो लोग हर काम डिजिटली कर रहे हैं, वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं तो मैं अगर यूक्रेन में रहते हुए अपने गाँव की कमान सँभाल रही हूँ तो उसमें ऑब्जेक्शन की कोई बात ही नहीं है। हमारे गाँव के लोग मेरे काम से खुश हैं। उन्होंने आज तक हमारे खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो आप लोग मुझ पर बेबुनियाद आरोप ना लगाएँ।”
वहीं, वैशाली के पिता और समाजवादी पार्टी के नेता का कहना है कि यूक्रेन में रहने के बावजूद वह इंटरनेट एवं व्हाट्सएप के जरिए अपने क्षेत्र के लोगों के साथ संपर्क में रही हैं। वह साल में दो बार आती हैं और अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती है, जो कि प्रधान के लिए आवश्यक है।
गौरतलब है कि पिछले साल हरदोई के तेरा पुरसौली की प्रधान निर्वाचित होते ही वैशाली यादव एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन चली गई थीं। वो वहीं रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। उनका वीडियो वायरल होने के बाद उनकी पोल खुल गई। जिला प्रशासन ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की है।
पिछले दिनों वैशाली के इस तरह गाँव छोड़कर विदेश में रहने को लेकर पंचायती राज विभाग ने कथित तौर पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण माँगा था। यह बात भी सामने आई थी कि वैशाली के यूक्रेन में रहने के बावजूद उनका काम हुआ और इस दौरान कुछ धन का भी इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पंचायती राज विभाग उनकी अनुपस्थिति में ग्राम पंचायत द्वारा उपयोग किए गए धन की जाँच करेगी।
सोशल मीडिया पर शेयर किया था वीडियो, यूजर्स ने किया ट्रोल
युद्ध के हालात के बीच वैशाली ने यूक्रेन से वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर किया। हालाँकि, यूजर्स ने इसको लेकर वैशाली को ट्रोल करना शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि सपा नेता की बेटी होने के कारण वह सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया जाने लगा कि वैशाली पर कार्रवाई हुई और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है। हालाँकि, प्रशासन ने इस तरह की खबरों का खंडन किया।