Saturday, April 27, 2024
Homeराजनीतिबंगाल: ममता बनर्जी ने पत्रकारों को दी कार्रवाई करने की धमकी, गवर्नर धनखड़ ने...

बंगाल: ममता बनर्जी ने पत्रकारों को दी कार्रवाई करने की धमकी, गवर्नर धनखड़ ने दिया करारा जवाब

"ममता के कथन ‘विपक्ष उस तरह का बर्ताव कर रहा है जैसे गिद्धों को मौत का इंतजार रहता है’ से दुख है। हम पर छत गिरने जैसी स्थिति है। हमें राजनीति से दूर रहना चाहिए। जब लोगों को अनकहे दुखों का सामना करना पड़ता है, तो ऐसे समय में ये मुसीबत क्यों बढ़ जाती है?”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मीडिया और भाजपा पर निशाना साधे जाने के बाद राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने उन्हें करारा जवाब दिया है। राज्यपाल धनखड़ ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए सभी पार्टियों से एकजुट होने की अपील की है। साथ ही ममता बनर्जी के बयान,’विपक्ष गिद्धों की तरह मौत का इंतजार कर रहा है’ के मद्देनजर कहा है कि इस समय राजनीति करने से दूर रहना चाहिए।

गौरतलब है कि बुधवार (अप्रैल 30, 2020) को ममता बनर्जी ने पत्रकारों को ढंग से बर्ताव करने की सलाह देते हुए चेताया था। उन्होंने कहा था कि अगर वे सही से बर्ताव नहीं करते, तो उन पर वे आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत केस कर सकती हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि वे कोरोना वायरस के प्रकोप के दौरान भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं।

ममता बनर्जी ने कहा था, “मेरा मीडिया से एक अनुरोध है। जब कोई घटना होती है, तो आप सरकार की प्रतिक्रिया लेने की जहमत नहीं उठाते। बल्कि भाजपा की सुनकर एक तरफा, नकारात्मक और विनाशकारी वायरस वाहक बन जाते हैं।”

इसके बाद उन्होंने मीडिया को कहा, “वर्तमान में हम आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत, कार्रवाई शुरू कर सकते हैं। लेकिन हम नहीं कर रहे, क्योंकि बंगाल की संस्कृति है; हम मानवता में विश्वास करते हैं। सहिष्णुता हमारा धर्म है। ”

अब ममता बनर्जी के इन्हीं बयानों को लेकर गवर्नर ने अपने ट्वीट में लिखा, “सभी पार्टियों से कोविड-19 की लड़ाई में एकजुट होने की अपील करता हूंँ। ममता के कथन ‘विपक्ष उस तरह का बर्ताव कर रहा है जैसे गिद्धों को मौत का इंतजार रहता है’ से दुख है। हम पर छत गिरने जैसी स्थिति है। हमें राजनीति से दूर रहना चाहिए। जब लोगों को अनकहे दुखों का सामना करना पड़ता है, तो ऐसे समय में ये मुसीबत क्यों बढ़ जाती है?”

अपने दूसरे ट्वीट में राज्यपाल ने लिखा कि मुख्यमंत्री विभिन्न माध्यमों से मीडिया को नियंत्रित करने और डराने धमकाने की कोशिश कर रही हैं। मीडिया को डर में क्यों रखा जाएगा? आखिर एक सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं होना चाहिए। मीडिया लोकतंत्र का रीढ़ है। स्वतंत्र मीडिया आवश्यक तत्व है और इस तरह मीडिया कर्मियों को दबाव में रखना ठीक नहीं।

उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, “जेम्स मैडिसन ने कहा था कि एक लोकप्रिय सरकार बिना किसी लोकप्रिय जानकारी या जानकारी प्राप्त करने के संसाधन के बिना एक त्रासदी होती है। मिस्र, लीबिया, ट्यूनीशिया में लंबे समय तक शासन करने वाले तानाशाह को 2011 में बाहर करने में मीडिया की भूमिका बड़ी रही है। क्या यही खबर है कि आप कुछ छिपाना चाहती हैं?”

राज्यपाल धनखड़ ने ममता बनर्जी सरकार की ओर से मीडिया पर निशाना साधने पर भी सवाल खड़े किए। राज्यपाल ने ट्वीट कर लिखा, “चिंतित ममता बनर्जी ने मीडिया को ‘सही से बर्ताव’ करने की चेतावनी दी है। मीडिया को भय में क्यों रखना? छिपाने के लिए कुछ भी नहीं होना चाहिए।”

गौरतलब है कि ममता बनर्जी सरकार पर कोरोना संक्रमण की हकीकत को छिपाने के आरोप लग रहे हैं। हालाँकि सीएम बनर्जी ने दावा किया है कि उनके यहाँ लोगों के स्वास्थ्य का सबसे बेहतर ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा है कि यह सब कुछ सरकार को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ लोग ऐसी खबरें चला रहे हैं कि पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त नहीं है। वे जानबूझकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं राज्यपाल का कहना है कि संकट की घड़ी में ममता बनर्जी उपयुक्त काम नहीं कर रही हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल में हिंसा के बीच देश भर में दूसरे चरण का मतदान संपन्न, 61%+ वोटिंग, नॉर्थ ईस्ट में सर्वाधिक डाले गए...

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 102 गाँवों में पहली बार लोकसभा के लिए मतदान हुआ।

‘इस्लाम में दूसरे का अंग लेना जायज, लेकिन अंगदान हराम’: पाकिस्तानी लड़की के भारत में दिल प्रत्यारोपण पर उठ रहे सवाल, ‘काफिर किडनी’ पर...

पाकिस्तानी लड़की को इतनी जल्दी प्रत्यारोपित करने के लिए दिल मिल जाने पर सोशल मीडिया यूजर ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe