पंचायत चुनाव की प्रक्रिया से गुजर रहे पश्चिम बंगाल (West Bengal Panchayat Election) जारी हिंसा के बीच सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के एक उम्मीदवार की हत्या कर दी गई है। शनिवार (17 जून 2023) को कुछ बदमाशों ने मालदा जिले में मुस्तफा शेख को पीट-पीटकर कर मार डाला। मृतक के परिजनों ने इसके लिए कॉन्ग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है।
घटना मालदा जिले के कालियाचक में हुई है। पंचायत चुनावों में TMC का उम्मीदवार मुस्तफा शेख अपने घर जा रहा था। इसी दौरान सूजापुर में घेरकर उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी गई। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। मालदा पुलिस ने कहा कि इस मामले में प्रारंभिक जाँच के बाद 48 वर्षीय आरोपित अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया गया और मामले की आगे की जाँच की जा रही है।
This is a political murder. Those who want to end TMC from the grassroots level were not given a ticket. They joined Congress and got a ticket. After that, they started indulging in rowdyism and spreading terror in the area. Today, they killed former pradhan, Mustafa Sheikh.… pic.twitter.com/8jJQ97NQT2
— ANI (@ANI) June 17, 2023
टीएमसी की स्थानीय विधायक शबीना यास्मीन ने इलाके का दौरा किया। उन्होंने कहा कि शेख की बीवी सुजापुर पंचायत की प्रधान थीं और उन पर हमला करने वाले टीएमसी के पूर्व कार्यकर्ता थे, जो बाद में कॉन्ग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि उन्हें पंचायत चुनावों में टिकट नहीं दिया गया था। इसलिए उन पर हमला किया गया।
हालाँकि, कॉन्ग्रेस ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। मालदा जिला कॉन्ग्रेस के एक नेता ने कहा, “हमारे खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। हत्या टीएमसी के भीतर अंदरूनी कलह के कारण हुई है। इसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है।” बता दें कि मालदा मुस्लिम बहुल जिला है और इसे कॉन्ग्रेस का गढ़ माना जाता है।
टीएमसी नेता और बंगाल सरकार में राज्यमंत्री यास्मीन ने कहा कि यह राजनीतिक हत्या है। इस मामले में राज्य चुनाव आयोग ने जिले के कलेक्टर से रिपोर्ट माँगी है। वहीं, इस हत्या के बाद तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को जाम कर दिया।
बताते चलें कि दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में नामांकन दाखिल करने के दौरान TMC और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। भांगर में हिंसा के दौरान दो की मौत हो गई, जबकि उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में एक माकपा कार्यकर्ता की मौत हो गई। इस तरह राज्य के विभिन्न जगहों में कम-से-कम छह लोगों की मौत हो गई है।