Saturday, June 29, 2024
Homeराजनीतिलोनी से BJP के नंदकिशोर गुर्जर जीतेंगे या RLD? इक़बाल ने भाजपा समर्थक के...

लोनी से BJP के नंदकिशोर गुर्जर जीतेंगे या RLD? इक़बाल ने भाजपा समर्थक के साथ लगाई ₹18000 की शर्त, स्टाम्प पेपर पर अनुबंध

ये शर्त भाजपा समर्थक अमित बैसला और जयंत चौधरी की पार्टी 'राष्ट्रीय लोक दल (RLD)' समर्थक इकबाल के बीच लगी है। इकबाल का कहना है कि इस सीट से RLD जीतेगी, जिसने मदन भैया को उतारा है।

उत्तर प्रदेश के लोनी विधानसभा क्षेत्र से एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है, जहाँ चुनावी हार-जीत को लेकर दो लोगों में लगी शर्त का स्टाम्प पेपर पर अनुबंध हुआ। यहाँ से मौजूदा विधायक नंदकिशोर गुर्जर हैं, जो भाजपा के प्रत्याशी भी हैं। ये विधानसभा क्षेत्र दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पड़ता है। दो अलग०अलग पार्टी के समर्थकों ने बाकायदा स्टाम्प पेपर पर अनुबंध कर के शर्त लगाई। ये शर्त 18,000 रुपए की लगी है। 10 रुपए के स्टाम्प पेपर पर दोनों ने हताक्षर किए।

दरअसल, ये शर्त भाजपा समर्थक अमित बैसला और जयंत चौधरी की पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक दल (RLD)’ समर्थक इकबाल के बीच लगी है। इकबाल का कहना है कि इस सीट से RLD जीतेगी, जिसने मदन भैया को उतारा है। अमित बैसला के पिता का नाम रघुबीर बंसल है, जबकि इक़बाल के पिता का नाम वहीद है। दोनों ही लक्ष्मी गार्डन क्षेत्र के रहने वाले हैं। फ़िलहाल भाजपा समर्थक अमित बैसला ने RLD समर्थक इक़बाल के पास 18,000 रुपए जमा करा दिए हैं। इनमें 9-9 हजार दोनों के हैं।

अगर इस चुनाव में नंदकिशोर गुर्जर जीत जाते हैं तो ये रकम अमित बैसला को उनके 18,000 रुपए मिल जाएँगे, जबकि अगर मदन भैया की जीत होती है तो इक़बाल ये रुपए रख लेगा। 15 मार्च, 2022 को इस शर्त की रकम ले लेनदेन का अंतिम दिन रखा गया है। बता दें कि 10 मार्च को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर – इन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की मतगणना और चुनाव परिणाम आएँगे। ऐसे में इसके 5 दिन बाद तक का दिन शर्त के लिए तय किया गया है।

स्टाम्प पेपर पर लिखा है कि दोनों पक्षों की सहमति से इस अनुबंध पत्र को तैयार किया गया है, ताकि ये बाद में काम आ सके। अमरलाल नाम के व्यक्ति को इस अनुबंध का गवाह बनाया गया है। शुक्रवार (11 फरवरी, 2022) को ये अनुबंध किया गया। इस मामले को लेकर दोनों प्रत्याशियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। नंदकिशोर गुर्जर जनवरी में “लोनी में न अली, न बाहुबली, लोनी मे सिर्फ बजरंगबली” नारा लगा कर चर्चा में आए थे। चुनाव आयोग से उनकी शिकायत भी की गई थी, जिसके बाद उन्हें नोटिस देकर जवाब देने को कहा गया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

NEET पेपर लीक केस में CBI ने एहसानुल हक़ और इम्तियाज को दबोचा, इसी के सेंटर का प्रश्न पत्र पटना में मिला था: शिक्षा...

झारखंड के हजारीबाग से ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक़ और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज को गिरफ्तार किया है। CBI इनसे इससे पहले पूछताछ कर रही थी।

महाभारत का दुर्योधन सरकार को देता है जमीन का टैक्स, उसके नाम पर है इलाके की भूमि: केरल में है भव्य मंदिर, ‘सौम्य’ देवता...

केरल के कोल्लम के एक गाँव में महाभारत के खलनायक दुर्योधन का अनोखा मंदिर है। मंदिर द्वारा दुर्योधन के नाम से सरकार को टैक्स भी दिया जाता है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -