उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (सितंबर 25, 2019) को प्रदेश की महिलाओं एवं तीन तलाक पीड़िताओं के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने ऐलान किया कि पति द्वारा छोड़ दी गई मुस्लिम एवं हिंदू महिलाओं को सालाना ₹6000 दिया जाएगा। ये राशि महिलाओं को न्याय मिलने तक दी जाएगी।
CM Yogi Adityanath: A new scheme should be introduced under which victims of triple talaq as well as women who have been left by their husbands should be identified and given Rs 6,000 per annum. They will be given this money till they get justice. pic.twitter.com/y46b3wZ9AB
— ANI UP (@ANINewsUP) September 25, 2019
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में आय़ोजित तीन तलाक पीड़ित महिलाओं से संवाद कार्यक्रम के दौरान की। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन तलाक की पीड़ित राष्ट्रीय महिला ख़िलाड़ी सुमेरा जावेद को नौकरी देने की भी घोषणा की। साथ ही सुमेरा को केस लड़ने के लिए निशुल्क सुविधा देने की भी घोषणा की गई।
इस दौरान सीएम योगी ने हिन्दू महिलाओं के अधिकारों को लेकर भी महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा कि शादी के बाद किसी दूसरी महिला से संबंध रखने वाले हिंदू पुरुषों पर भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही हिंदू परित्यक्ता महिलाओं को भी ऐसा ही न्याय दिलाया जाएगा।
सीएम ने कहा, “एक शादी करके दूसरी पत्नी को रखने वाले हिंदू पति पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई करेंगे। परित्यक्ता महिलाओं के लिए भी न्याय देने की प्रक्रिया को उसी के साथ हम जोड़ेंगे, जिसमें हमने कहा था कि यह नारी गरिमा और उनके सशक्तिकरण से जुड़ी लड़ाई है।”
कार्यक्रम में ट्रिपल तलाक से पीड़ित महिलाओं को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, “समाज का कोई हिस्सा या कोई भी व्यक्ति खुद को उपेक्षित व अपमानित महसूस न करे, इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाएगी।”
उन्होंने पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि आजादी के तत्काल बाद ही इस लड़ाई को लड़ना चाहिए था, लेकिन निजी स्वार्थ के लिए पिछली सरकारों ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने बताया कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही तीन तलाक से मुक्ति दिला सकते थे। ऐसा करके उन्होंने नारी शक्ति को सम्मान दिया है। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में इस बात पर भी जानकारी दी गई कि बीते एक साल में 273 मामले ट्रिपल तलाक के आए हैं।