Sunday, September 1, 2024
Homeदेश-समाज98 ईसाई आदिवासियों ने पुनः अपनाया हिंदू धर्म, 9 साल पहले प्रलोभन से कराया...

98 ईसाई आदिवासियों ने पुनः अपनाया हिंदू धर्म, 9 साल पहले प्रलोभन से कराया गया था धर्मान्तरण

'हम बहुत गरीब लोग हैं। ईसाइयों ने हमें बहकाकर हमारा धर्म परिवर्तन कराया। वे हमारे साथ ख़राब व्यवहार करते थे। इसलिए हमने तंग आकर अपनी इच्छा से फिर से हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया।'

त्रिपुरा में 23 आदिवासी परिवारों के 98 ईसाइयों ने फिर से हिंदू धर्म अपना लिया है। उनकी घर-वापसी हिन्दू जागरण मंच ने कराई है। बता दें कि इससे पहले क्रिसमस के मौक़े पर मैनपुरी में बजरंग दल ने 20 ईसाईयों की हिन्दू धर्म में वापसी कराई थी।

त्रिपुरा में चाय बागान में काम करने वाले ये मज़दूर पूर्व में हिंदू थे। 9 साल पहले प्रलोभन देकर उन्हें ईसाई बनाया गया था। न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू जागरण मंच की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष उत्तम डे ने बताया कि इन लोगों ने 2010 में ईसाई धर्म को अपना लिया था।उनाकोटी जिले के सोनामुखी चाय बागान में ये सभी काम करते थे। इनमें अधिकतर लोग बिहार और झारखंड के हैं। चाय बागान के बंद होने के बाद तंगहाली में इन्हें लालच देकर ईसाई बना दिया गया था। इन मज़दूरों में से अधिकतर लोग उरांव और मुंडा समुदाय के हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, अगरतला से 180 किलोमीटर दूर कालियाशहर जिले में रविवार को संपन्न घर-वापसी कार्यक्रम से विश्व हिंदू परिषद भी जुड़ी हुई थी।

हिन्दू से ईसाई और फिर हिन्दू बनने वाले एक शख्स बिरसा मुंडा ने बताया कि उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया गया था। उसने कहा, ‘हम बहुत गरीब लोग हैं। ईसाइयों ने हमें बहकाकर हमारा धर्म परिवर्तन कराया। वे हमारे साथ ख़राब व्यवहार करते थे। इसलिए हमने तंग आकर अपनी इच्छा से फिर से हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया।’

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -