अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में ही इमरान सरकार ने पूर्व के सभी रिकॉर्डों को तोड़ते हुए बेतहाशा कर्ज ले लिया है। आधिकारिक आँकड़ों के मुताबिक इमरान सरकार के सत्ता संभालने के बाद देश के कुल कर्ज में 7509 अरब पाकिस्तानी रुपए की वृद्धि हुई है।
Imran Khan government breaks record, borrows Rs 7500 billion in first year of its tenure: Reporthttps://t.co/wPXD7mEMnx
— Hindustan Times (@HindustanTimes) October 9, 2019
सूत्रों का हवाला देते हुए पाकिस्तान की ही एक मीडिया रिपोर्ट में खुलासा करते हुए बताया गया है कि कर्ज के यह आँकड़े स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री कार्यालय भिजवा दिए हैं।
#Pakistan‘s current debt is Rs 32,240 billion (Pakistani currency).https://t.co/HiUSxJZ1nd
— India Today (@IndiaToday) October 9, 2019
रिपोर्ट में बताया गया कि अगस्त 2018 से अगस्त 2019 के बीच इमरान सरकार ने विदेश से 2804 अरब, जबकि घेरलू स्रोतों से 4705 अरब पाकिस्तानी रुपए का कर्ज लिया।
According to the official data, during the one-year regime of the Imran Khan government Rs 7,509 billion (Pakistani currency) increase was recorded in the total debt of the country.https://t.co/w4qHkAarbn
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) October 9, 2019
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष के पहले दो महीनों में ही पाकिस्तान के सार्वजनिक कर्ज में 1.43 फीसदी का इजाफा देखने को मिला। जबकि संघीय सरकार का यह कर्जा बढ़कर 32,240 अरब पाकिस्तानी रुपए हो गया है, जो कि पिछले वर्ष तक 24,732 अरब था।
Between August 2018 and August 2019, the #Pakistan government has borrowed Rs 2,804 billion from foreign sources and Rs 4,705 billion from domestic sources https://t.co/zie9gzHYww#World #OmmcomNews
— Ommcom News (@OmmcomNews) October 9, 2019
इसके अलावा रिपोर्ट में ये बताया गया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीने में सरकार का कर संग्रह 960 अरब पाकिस्तानी रुपए का रहा, जोकि एक ट्रिलियन रुपए के निर्धारित लक्ष्य से कम है।
उल्लेखनीय है कि ‘नया पाकिस्तान’ का सपना दिखाकर सत्ता हासिल करने वाले इमराम खान के पहले कार्यकाल में उनके मुल्क की इतनी दुर्गति हो चुकी, जिसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। पड़ोसी मुल्कों से फजीहत और बेबुनियादी बातों का सिलसिला पाकिस्तान को इमरान सरकार के शासनकाल में ही देखने को मिला है। विदेशों से लेकर अपने मुल्क की संसद में मुँह की खा चुके इमरान खान अब देश पर बढ़ रहे कर्जे पर भी घिरने शुरू हो गए हैं।