Tuesday, April 29, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'मोदी जी मदद कीजिए, हमें बचाइए': POK की गैंगरेप पीड़िता ने भेजा वीडियो संदेश,...

‘मोदी जी मदद कीजिए, हमें बचाइए’: POK की गैंगरेप पीड़िता ने भेजा वीडियो संदेश, बोली- कभी भी हो सकती है हमारे परिवार की हत्या

फातिमा के मुताबिक, सात साल पहले उनके साथ हारून राशिद, ममून राशिद, जमील शफी, वकास अशरफ, सनम हारून और तीन अन्य ने गैंगरेप किया था। उसने POK के चीफ जस्टिस को भी चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पाकिस्तान (Pakistan) में महिलाओं को इंसाफ मिलना तो दूर, समाज में उनकी क्या स्थिति यह यह दुनिया से छुपी हुई नहीं है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में फातिमा कादरी (बदला हुआ नाम) नाम की गैंगरेप पीड़िता (Gangrape survivor Maria Tahir) बीते सात सालों से न्याय की आस में दर-दर ठोकरें खा रही है। थक-हार कर अब उसने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मदद दी गुहार लगाई है। फातिमा ने पीएम मोदी से उसे भारत में आने देने की इजाजत देने की माँग की है।

एक भावनात्मक वीडियो जारी कर फातिमा ताहिर ने भारतीय प्रधानमंत्री से अपने बच्चों और अपने लिए एक घर और सुरक्षा की माँग की है। उसने कहा कि POK में उसे न्याय मिलना मुश्किल है और वहाँ की पुलिस और नेता उसके परिवार की हत्या कर सकते हैं।

वीडियो में फातिमा रोते हुए कहती हैं, “असलाम वालेकुम! मैं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की रहने वाली हूँ। मेरा केस गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग का है। मैं पिछले सात वर्षों से न्याय के लिए लड़ रही एक सामूहिक बलात्कार पीड़िता हूँ। मुझे यहाँ की पुलिस, सरकारें और न्यायपालिका ने न्याय नहीं दिया है। इसलिए मैं अपने इस वीडियो संदेश के जरिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहती हूँ कि वो हमें रियासत में आने की इजाजत दें। मेरे बच्चों को जान को खतरा है। पाकिस्तान की स्थानीय पुलिस और वरिष्ठ राजनेता चौधरी तारिक फारूक कभी भी मुझे, मेरे बच्चों और मेरे शौहर का कत्ल कर सकते हैं। मैं पीएम मोदी जी से आग्रह करती हूँ कि वे हमें जम्मू-कश्मीर में आने देने की इजाजत दें। साथ ही हमें सुरक्षा दें।”

2015 का है मामला

फातिमा के मुताबिक, यह मामला 2015 का है। उनका आरोप है कि सात साल पहले उनके साथ हारून राशिद, ममून राशिद, जमील शफी, वकास अशरफ, सनम हारून और तीन अन्य ने गैंगरेप किया था। तभी से वो इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही हैं। फातिमा ने पीओके के चीफ जस्टिस समेत कई अधिकारियों को भी पत्र लिखे, लेकिन उनकी मदद नहीं की गई, उल्टे कहा गया कि वो एक विवाहित महिला हैं।

उल्लेखनीय है कि पीओके को हासिल करना भारत सरकार के एजेंडे में शामिल है। इसको लेकर हाल ही में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इशारा भी किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अपने तरीके से जवाब देने को स्वतंत्र है भारत, उसे आत्मरक्षा का पूरा अधिकार: इजरायल का खुला समर्थन, पहलगाम आतंकी हमले को 7 अक्टूबर...

पहलगाम हमले को इजरायल के राजदूत रुवेन अजार ने इस क्षेत्र के लिए एक बड़ा मोड़ बताया, जैसा कि हमास का हमला उनके क्षेत्र के लिए था।

सेना को खूली छूट, PM मोदी ने कहा- कब-कहाँ-कैसे लेना है एक्शन तय करिए: पहलगाम आतंकी हमले के बाद तीनों आर्मी चीफ संग की...

पीएम मोदी ने सेना की पेशेवर क्षमताओं पर भरोसा जताते हुए जवाबी कार्रवाई के तरीके, समय और लक्ष्य तय करने का पूरा अधिकार दे दिया।
- विज्ञापन -