बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या के मामले में जाँच के लिए बांग्लादेश से अधिकारी भारत आ गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार हत्या ममाले की जानकारी जुटाने के लिए पड़ोसी मुल्क के खुफिया विभाग के प्रमुख रविवार को भारत आए हैं। उनके साथ बांग्लादेश के दो अन्य अधिकारी भी कोलकाता पहुँचे हैं। इनके नाम सईदुर रहमान और अब्दुल अहर भी शामिल हैं।
भारत में आने के बाद हारुनन राशिद मिंटो ने बताया, “हम अभी यहाँ पहुँचे हैं। आप सभी जानते हैं कि हमारे आपराधिक अधिनियम में अतिरिक्त प्रादेशिक अपराध नामक एक धारा है जिसका अर्थ है कि यदि कोई व्यक्ति बांग्लादेश से बाहर कोई अपराध करता है तो हम इस अतिरिक्त प्रादेशिक अपराध धारा के अंतर्गत उन अपराधों की जाँच कर सकते हैं।”
#WATCH | Kolkata, West Bengal: Harun-or-Rashid, Chief, Bangladesh Detective Department arrives at the New Town Police station in connection with the Bangladesh MP Anwarul Azim Anar murder case.
— ANI (@ANI) May 26, 2024
MP Anwarul Azim Anar was found dead in Kolkata on May 22. pic.twitter.com/QM4jF4dQkS
उन्होंने आगे कहा, “आप सभी जानते हैं कि लोकप्रिय सांसदों में से एक अनवारुल अजीम अनार की बुरी तरह हत्या की गई है। उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे। इस हत्या के मास्टरमाइंड सभी बांग्लादेशी हैं। हत्या की साजिश बांग्लादेश में रची गई थी। अब हमारा मुख्य काम जांच को आगे बढ़ाना है। हम भारत में घटनास्थल का दौरा करने आए हैं। हम सीसीटीवी फुटेज की जांच करेंगे। कोलकाता पुलिस और बांग्लादेश पुलिस ने उनके बीच विभिन्न जानकारी साझा की है।”
बांग्लादेश के खुफिया विभाग के प्रमुख राशिद ने कहा, “शायद मुख्य साजिशकर्ता अख्तरुज्जमां काठमांडू से दुबई के रास्ते अमेरिका भाग गया होगा। हम इंटरपोल के जरिए उसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। हम सीआईडी कार्यालय जाएँगे। हम सीआईडी के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। हम गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ करने की कोशिश करेंगे ताकि हमें और जानकारी मिल सके।”
गौरतलब है कि इस केस में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर अजीम के दोस्त शाहीन मियाँ का नाम आया है। शाहीन मियाँ बांग्लादेश का निवासी था जिसे बाद में अमेरिका की नागरिकता मिल गई। कुछ दिन पहले उसने इस मामले में कहा था कि उसे इस संबंध में कुछ नहीं पता है। उसे दोस्त की हत्या के बारे में अखबारों से पता चला। वहीं बांग्लादेश की खुफिया पुलिस की जाँच में हर तरह से सिर्फ उसका नाम ही मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर आया है।