कोरोना के बाद चीन में फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात इतने खराब हो रहे हैं कि चीन के कई शहरों में एक बार फिर से लॉकडाउन पर विचार किया जा रहा है। चीन के शहरों में लॉकडाउन की सुगबुगाहट से लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है। लोगों को डर है हालात कोरोना के समय जैसे न हो जाएँ। चीन के शीआन शहर में फ्लू के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं जिसने अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है।
इन्फ्लूएँजा के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन के शानशी प्रांत के शीआन शहर में प्रशासनिक अधिकारियों ने एक आपातकालीन नोटिस जारी किया है। इसके तहत यदि इलाके में फ्लू के मामले और अधिक बढ़ते हैं तो एहतियत के तौर पर स्कूल, बिजनेस हाउस और दूसरे सार्वजनिक स्थलों को बंद करना पड़ेगा। इतना ही नहीं, जरूरत पड़ी तो शहर के कुछ इलाकों में लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है।
प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन लगाए जाने की आहट से स्थानीय लोग नाखुश हैं। यहाँ तक कि प्रशासन के मंसूबे के खिलाफ आवाज भी उठाया जाने लगा है। लोगों को डर है कि हालात 2021 जैसे न हो जाएँ। बता दें कोरोना काल के दौरान लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे थे। खाने और दूसरे प्रकार के जरूरी चीजों की किल्लत हो गई थी। उसको याद कर लोग सहम उठे हैं और लॉकडाउन के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म वीबो पर लोगों के कई तरह के पोस्ट सामने आए हैं। एक यूजर ने लिखा कि लोगों को लॉकडाउन के नाम पर डराने से अच्छा है कि प्रशासन वैक्सिनेशन के बारे में सोचे। एक अन्य यूजर ने पूछा कि बीमारी के वर्गीकरण के लिए राष्ट्रयी स्तर पर निर्देश नहीं दिया गया लेकिन शहर के स्कूल और व्यवसायिक गतिविधियों को बंद करने पर विचार हो रहा है लोग भला कैसे न घबराएँ?
बता दें कि चीन में कोरोना के मामले कम होने की बात कही जा रही है लेकिन फ्लू के बढ़ते मामलों ने खतरे की घंटी बजा दी है। कहा जा रहा है कि फ्लू के लिए दवा की आपूर्ति में भी परेशानी हो रही है। जिससे जरूरतमंदो तक वक्त पर दवाई पहुँचाने में मुश्किल हो रही है।