Saturday, November 16, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयचीन दफनाने की जगह क्यों जलाएगा Corona Virus से मरने वालों को?

चीन दफनाने की जगह क्यों जलाएगा Corona Virus से मरने वालों को?

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने जब यह नोटिस जारी किया और ट्विटर पर लोगों को इसके बारे में पता चला तो सनातन धर्म में शवों को जलाने और इसके पीछे के वैज्ञानिक कारणों के बारे में लोग लिखने लगे।

चीन में सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले वायरस से चिंतित वहाँ के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने एक नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में आयोग ने कहा है कि Coronavirus की चपेट में आने वाले लोगों का (जो इस बीमारी के कारण मारे गए हैं) पास में ही अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए। इसे लेकर आयोग ने कई तरह के दिशा-निर्देश जारी किए।

चाइना डेली न्यूज़ के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को यह बयान जारी किया। इसमें स्पष्ट निर्देश है कि इस जानलेवा वायरस के कारण मारे गए लोगों को दफनाने की जगह उन्हें जलाया जाना चाहिए। साथ ही यह भी कहा गया कि मृत लोगों को बहुत दूर ले जाने से संक्रमण के बढ़ने और फैलने की आशंका है, इसलिए जहाँ जिनकी मृत्यु हुई है, उनका नजदीक ही अंतिम संस्कार (जला देना) किया जाना चाहिए।

अपनी वेबसाइट पर जारी किए गए नोटिस में आयोग ने कहा है कि वायरस से मृत लोगों के शवों को दफनाया नहीं जाना जाहिए और न ही इनके शवों को किसी भी प्रकार से सुरक्षित रखा जाना चाहिए।

आयोग ने चेताया है कि मृत लोगों के अंतिम संस्कार के समय किसी भी प्रकार के आयोजन की आवश्यकता नहीं है। इन सभी सावधानियों को बरतने के साथ वायरस की चपेट में आने वाले मृत लोगों के शवों को चिकित्सा टीम की देखरेख के लिए रखा जाना चाहिए।

आयोग द्वारा यह नोटिस ऐसे समय में जारी किया गया है कि जब कोरोना वायरस चीन से निकल कर विश्व के दूसरे देशों में भी अपने पैर फैला रहा है। चीन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने जब यह नोटिस जारी किया और ट्विटर पर लोगों को इसके बारे में पता चला तो सनातन धर्म में शवों को जलाने और इसके पीछे के वैज्ञानिक कारणों के बारे में लोग लिखने लगे।

‘शर्म करो पाकिस्तान, सीखो भारत से कुछ सीखो’ – Pak छात्रों ने खुलेआम इमरान सरकार को क्यों कोसा?

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘पिता का सिर तेजाब से जलाया, सदमे में आई माँ ने किया था आत्महत्या का प्रयास’: गोधरा दंगों के पीड़ित ने बताई आपबीती

गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने और 59 हिंदू तीर्थयात्रियों के नरसंहार के 22 वर्षों बाद एक पीड़ित ने अपनी आपबीती कैमरे पर सुनाई है।

छत्तीसगढ़ में ‘सरकारी चावल’ से चल रहा ईसाई मिशनरियों का मतांतरण कारोबार, ₹100 करोड़ तक कर रहे हैं सालाना उगाही: सरकार सख्त

छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रभावित जशपुर जिला है, जहाँ ईसाई आबादी तेजी से बढ़ रही है। जशपुर में 2011 में ईसाई आबादी 1.89 लाख यानी कि कुल 22.5% आबादी ने स्वयं को ईसाई बताया था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -