इराक-कुर्द मूल के विवादित कट्टरपंथी धर्म प्रचारक मुल्ला फ़तेह क्रेकर को नॉर्वे ने गिरफ्तार कर लिया है। नॉर्वे ने उसे इतालवी अधिकारियों के अनुरोध पर गिरफ्तार किया है। इटली ने उसे आतंकी साजिश रचने का दोषी ठहराया है।
वर्ष 1991 से नार्वे में शरणार्थी के रूप में रहने वाले क्रेकर (63 साल) पर इटली ने ‘रावती शाक्स’ (Rawthi Shax) संगठन चलाने का आरोप लगाया है। ‘रावती शाक्स’ ऐसा नेटवर्क है, जिसके तार इस्लामिक स्टेट समूह (ISIS) से जुड़े हैं और इस पर पश्चिमी देशों पर हमले की साजिश रचने का भी इल्जाम है। क्रेकर के संगठन के सम्बन्ध अलकायदा के नेताओं के साथ भी हैं।
![](https://i0.wp.com/hindi.opindia.com/wp-content/uploads/sites/6/2019/07/krekar_mullah_foto_wikipedia_Frida_torring.jpg?resize=696%2C522&ssl=1)
क्रेकर का असली नाम नजामुद्दीन अहमद फराज है। उत्तरी इटली के बोल्ज़ानो में एक अदालत ने उसकी गैरमौजूदगी में सोमवार (जुलाई 15, 2019) को उसे आतंकवाद की साजिश के लिए 12 साल की सजा सुनाई। मुल्ला क्रेकर के पाँच अन्य साथियों को भी सजा सुनाई गई है। क्रेकर के अलावा, दो अन्य अपराधी नॉर्वे में रहते हैं, जबकि अन्य तीन इंग्लैंड में रह रहे हैं।