Friday, September 13, 2024
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बायडेन सरकार ने मुझ पर बनाया दबाव, फेसबुक-इंस्टाग्राम से जानकारी हटाने को कहा: मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग ने किया खुलासा

मार्क जुकरबर्ग ने यह भी खुलासा किया है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के समय बायडेन परिवार को लेकर छापी गई एक स्टोरी को भी अपने प्लेटफार्म से रोका था। उन्होंने बताया कि ऐसा FBI के कहने पर किया गया था। जुकरबर्ग ने कहा है कि वह अब ऐसा नहीं करेंगे और कोई भी स्टोरी नहीं रोकेंगे।

फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफ़ॉर्म की मालिक मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने खुलासा किया है कि बायडेन प्रशासन उन पर दबाव बना रहा था। उन्होंने एक पत्र में बताया है कि मेटा पर कोविड काल के दौरान सूचनाएँ दबाने का दबाव बनाया गया। इस दौरान व्यंग्य तक हटाने को लेकर बायडेन प्रशासन उन पर दबाव बनाता रहा। मार्क जुकरबर्ग के । उन्होंने इसमें बायडेन की डेमोक्रेट पार्टी को चंदा देने पर भी सफाई दी है।

सोमवार (26 अगस्त, 2024) को मार्क जुकरबर्ग ने पत्र जारी किया है। इसमें उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस पत्र में उन्होंने लिखा, “2021 में, व्हाइट हाउस सहित बायडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने व्यंग्य सहित कुछ COVID-19 सामग्री को सेंसर करने के लिए महीनों तक हमारी टीमों पर बार-बार दबाव डाला और जब हम सहमत नहीं हुए तो हमारी टीमों के ऊपर निराशा जताई। अंततः, यह हमारा निर्णय था कि किसी सामग्री को हटाना है या नहीं और हम अपने निर्णयों के लिए जिम्मेदार हैं।”

आगे उन्होंने लिखा, “मेरा मानना ​​है कि सरकारी दबाव गलत था, और मुझे इस बात पर दुख है कि हम इसके बारे में ज्यादा बोले नहीं। मुझे यह भी लगता है कि हमने कुछ ऐसे फैसले भी लिए हैं, जिन्हें हम आज पीछे मुड़कर देखते हैं तो नहीं लेते क्योंकि अब नई जानकारी भी हमारे पास आ गई है। जैसा कि मैंने उस समय अपनी टीमों से कहा था, मुझे से लगता है कि हमें किसी भी हालत में किसी भी प्रशासन के दबाव के कारण अपने मानकों से समझौता नहीं करना चाहिए और अगर ऐसा कुछ फिर से होता है तो हम विरोध करेंगे।”

मार्क जुकरबर्ग ने यह सब बातें अमेरिकी संसद की न्यायपालिका कमिटी को लिखे गए एक पत्र में लिखी है। यह कमिटी सोशल मीडिया जानकारियों को कैसे सही तरीके से साझा किया जाए, इसको लेकर काम कर रही है। यह कमिटी सोशल मीडिया पर दबाव, उस पर फैलाई जाने वाली भ्रामक सूचनाओं और इससे सम्बन्धित बातों की जाँच भी कर रही है।

मार्क जुकरबर्ग ने यह भी खुलासा किया है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के समय बायडेन परिवार को लेकर छापी गई एक स्टोरी को भी अपने प्लेटफार्म से रोका था। उन्होंने बताया कि ऐसा FBI के कहने पर किया गया था। जुकरबर्ग ने कहा है कि वह अब ऐसा नहीं करेंगे और कोई भी स्टोरी नहीं रोकेंगे।

इस पत्र में जुकरबर्ग ने डेमोक्रेट पार्टी को दिए गए चंदे पर भी सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि 2020 के समय उन्होंने कई समूहों को चन्दा देने का फैसला किया था। यह चंदा उनकी पत्नी के ट्रस्ट से दिया गया था। जुकरबर्ग का कहना है कि वह इसे कई पक्षों में सही से बांटना चाहते थे लेकिन फिर भी यह एक पार्टी को ज्यादा गया। उन्होंने कहा है कि यह दोबारा नहीं होगा।

गौरतलब है कि फेसबुक समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार कई सूचनाओं को दबाने का आरोप लगता आया है। कोविड महामारी के समय भी ऐसी ही कई सूचनाओं को दबाने के आरोप सामने आए थे। कई चुनावों को भी प्रभावित करने का आरोप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगा है। जुकरबर्ग के इस खुलासे ने इसकी पुष्टि की है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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